मुबारकपुर में डायरिया का बढ़ा प्रकोप, चाचा भतीजा दो लोगों की मौत, 200 लोग है बिमार
200 बीमार, स्थानीय सीएचसी फुल, मेडिकल कॉलेज, मंडलीय अस्पताल में किया जा रहा भर्ती
आजमगढ़ ; मुबारकपुर कस्बा में डायरिया का प्रकोप प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। डायरिया से एक ही परिवार के दो लोगों की मौत होने से पूरा कस्बा सकते में आ गया है। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के हाथ पांव फूले गये। जिलाधिकारी ने मौके पर पहुंच कर इलाज, राहत व्यवस्था का जायजा लिया और कहा कि अब तक 192 लोगों के पीड़ित होने की जानकारी है जबकि स्थानीय लोग संख्या 200 के पार बता रहे हैं। लोगों को डर है कि वर्ष 2014 की जैसी स्थिति से कस्बा वासियों भय बना हुआ है। खबर है कि 50 वर्षीय जहरूद्दीन पुत्र मोहम्मद शकुर एवं 80 वर्षीय छोटू की मौत हो गई। बताया जाता है कि मृतक दोनों चाचा भतीजा हैं और इनके परिवार में 4 लोग बीमार थे। रोशन जहां 26 वर्ष पुत्री जहरुदीन, सलमा खातून पुत्री नौशाद 3 वर्ष अन्य बीमार हैं।डायरिया की चपेट में आने से 12 बजे रात्रि को मौत हो गई जबकि छोटू की बुधवार को भोर में तीन बजे मौत हो गई। ऐसे ही अन्य कई परिवार हैं जिसमें कई सदस्य पीड़ित हैं। मुबारकपुर सीएचसी व अन्य निजी अस्पतालों में जगह की कमी होने के चलते कई मरीजों को चक्रपानपुर स्थित मेडिकल कॉलेज और जिला मुख्यालय स्थित मंडलीय अस्पताल में रेफर किया गया है। 16 सितंबर को हुई बारीश से पूरे जिले में महामारी का भय बना हुआ है मुबारकपुर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति हो गई है लोगों ने बताया की नगर पालिका पानी सप्लाई की पाइप लाइन में लीकेज के कारण संक्रमण तेजी से फैला है क्षेत्र के लोगों ने बताया जिले के अधिकारियों द्वारा इस जलभराव को लेकर कई बार क्षेत्र के लोगों ने गुहार लगाई लेकिन प्रशासन द्वारा बड़ी लापरवाही के चलते महामारी के दौर से लोगों को गुजारना पड़ रहा है प्रशासन सीएमओ इंद्रनारायण तिवारी ने बताया कि विभाग द्वारा टीम गठित कर दी गई है जो भी गंभीर मरीज है उन्हें मंडलीय हॉस्पिटल रेफर किया जा रहा है सीएमओ द्वारा एंबुलेंस व, स्टेचर व सभी घरों में मिनरल वाटर कैन भेजा जा रहा है पुलिस की गाड़ियों से अलाउंस कराया जा रहा है सभी लोग साफ पानी पीऐ इसके साथ ORS के पेकेट व दवाई का वितरण भी किया जा रहा है जिसे जल्द से जल्द महामारी के हालात पर काबू पाया जा सके क्षेत्र के विधायक शाह आलम गुड्डू जमाली ने बताया कि प्रशासन द्वारा बहुत बड़ी लापरवाही इससे पूर्व 2015 व 2019 में संक्रमण के चलते कई लोगों की मौत हो गई थी प्रशासन की कुंभकरणी निद्रा पहले खुल गई होती तो शायद ऐसी गंभीर महामारी की स्थिति में लोगों से जूझना नहीं पड़ता