दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : राजभवन में 20जुलाई 2024, को महामहिम श्रीमती अनंदी बेन पटेल के कर-कमलों से डा मधु चतुर्वेदी एवं एका चतुर्वेदी बैनर्जी लेखक द्वयं की कृति ‘पंचकन्या पौराणिक कथा आख्यान ‘का लोकार्पण सम्पन्न हुआ। पुस्तक के मुखावरण एवं सभी पात्रों के चित्रांकन से पुस्तक को सजाने वाले चित्रकार कल्पना नौटियाल, तनुजा मनराल,तविषी बैनर्जी साथ में उपस्थित रहीं। एका चतुर्वेदी बैनर्जी ने पंचकन्या से जुड़े थियेटर की संभावनाओं पर चर्चा की ।लोकार्पण करते हुए महामहिम ने पुस्तक के प्रति जिज्ञासा दिखाते हुए थियेटर कराने में रूचि दिखाई।
लेखिका डॉ मधु चतुर्वेदी ने पंचकन्या की पौराणिक अवधारणा पर चर्चा की ।एक ऐसा श्लोक , जिसका न आदि है न अंत, लेकिन आज तक वह अपनी प्रासंगिकता बनाए हुए है। अहल्या,तारा, मन्दोदरी, कुन्ती, द्रौपदी,इन पांचों चरित्रों को वैवाहिक होते हुए भी कन्या कहा गया,इतना ही नहीं पांचों के विवाह इतर संबंध हुए फिर भी इनके प्रातः स्मरण को महापाप का नाश करने वाला कहा गया।
पुस्तक के साथ पंचकन्या के पांचों चरित्रों को लेकर बनाए फोटो फ्रेम को महामहिम को भेंट किया ,जिसको उन्होंने सराहा।