पियूष गोयल रेल मंत्री भारत सरकार ने कश्मीर घाटी को देश के शेष भागों से जोड़ने वाली परियोजनाओं का ब्यौरा दिया:दीपक कुमार मुख्य जनसंपर्क अधिकारी

26 मई फिरोजपुर {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}

पीयूष गोयल, रेल, वाणिज्‍य एवं उद्योग, उपभोक्‍ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना की प्रगति की समीक्षा की कोविड की दूसरी लहर के कारण हुए समय के नुकसान की भरपाई के लिए आने वाले महीनों में अतिरिक्त प्रयास किए जाएंगे
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के शेष भाग को मिशन मोड में पूरा किया जाएगा, पूर्ण होने की तिथि – अप्रैल, 2023 कश्मीर क्षेत्र को देश के शेष भागों से हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करने पर ध्‍यान केन्द्रित रेल लाइन के निर्माण में तेजी लाने के लिए उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना की आवधिक समीक्षा हेतु वर्ष 2021-22 के लिए 4200 करोड़ रुपए का बजट

श्री पीयूष गोयल, रेल, वाणिज्‍य एवं उद्योग, उपभोक्‍ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री ने दिनाँक 25.05.21 को वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना की प्रगति की समीक्षा की । इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के अध्‍यक्ष और सीईओ के साथ रेलवे के अनेक वरिष्‍ठ अधिकारी भी उपस्थित थे ।
माननीय रेलमंत्री ने कहा कि वर्तमान कोविड स्थिति के बावजूद अप्रैल और मई 2021 में यूएसबीआरएल परियोजना के अंतर्गत सराहनीय कार्य किया गया है।
उन्‍होंने कोविड की दूसरी लहर के कारण हुए समय के नुकसान की भरपाई के लिए आने वाले महीनों में अतिरिक्त प्रयास करने के निर्देश दिए ।
माननीय रेलमंत्री को अवगत कराया गया कि वर्ष 2021-22 के लिए यूएसबीआरएल परियोजना का बजट 4200 करोड़ रुपए है । माननीय मंत्री ने निर्देश दिया कि इस परियोजना के लिए बजट की कोई बाधा नहीं होगी ।

परियोजना के बारे में
कश्‍मीर घाटी को देश के शेष भागों से जोड़ने वाली 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-बारामूला रेल लिंक परियोजना को वर्ष 2002 में राष्‍ट्रीय परियोजना घोषित किया गया था । इस परियोजना के 272 किलोमीटर में से 161 किलोमीटर पर कार्य पूरा कर उसे चालू कर दिया गया है । तीन चरणों में उप-विभाजित कार्य की स्थिति निम्नानुसार है:

  1. उधमपुर-कटरा – 25 किलोमीटर – जुलाई 2014 में शुरू ।
  2. काजीगुंड – बारामूला – 118 किलोमीटर – अक्‍टूबर, 2009 में शुरू ।
  3. बनिहाल-क़ाज़ीगुंड – 18 किलोमीटर – जून 2013 में शुरू ।
  4. कटरा – बनिहाल – 111 किलोमीटर – प्रगति पर है ।
    ❖ उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का कटरा-बनिहाल सेक्‍शन

111 किलोमीटर के कटरा-बनिहाल सेक्‍शन का कार्य प्रगति पर है । 111 किलोमीटर के इस सेक्‍शन का 87%, जोकि 97 किलोमीटर है, में मुख्य रूप से सुरंगों के निर्माण का कार्य शामिल है । इस सेक्‍शन पर बनाई जा रही टी-49 सुरंग की अधिकतम लंबाई 12.75 किलोमीटर है ।
यहॉं पर 27 मुख्‍य सुरंगें बनाई जा रही हैं जिनकी लंबाई कुल मिलाकर 97.6 किलोमीटर है । इसके अलावा 66.4 किलोमीटर की एस्‍केप सुरंगों का निर्माण भी किया जा रहा है । इस प्रकार इस सेक्‍शन पर कुल मिलाकर 164 किलोमीटर सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है । इसमें टी-49 सुरंग 12.75 किलोमीटर की है ।
7 किलोमीटर की संयुक्‍त लंबाई वाले 37 पुलों सहित 26 बड़े और 11 छोटे पुल हैं । वर्तमान में, 13 बड़े और 10 छोटे पुलों का कार्य पूरा कर लिया गया है और शेष का कार्य प्रगति पर है । इन पुलों में प्रतिष्ठित चिनाब ब्रिज (कुल लंबाई 1315 मीटर, आर्क स्‍पैन 467 मीटर और नदी तल से ऊँचाई 359 मीटर) शामिल है जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल होगा । चिनाब पुल का आर्क लॉन्चिंग का कार्य 05.04.2021 को पूरा हुआ । अंजी खड्ड पर भारतीय रेलवे का पहला केबल स्टेड ब्रिज भी बनाया जा रहा है और मुख्‍य पायलन के 193 मीटर में से 130 मीटर को कास्‍ट किया जा चुका है । अंजी ब्रिज के एक सहायक पुल के हिस्से का कार्य पूरा हो चुका है । अन्य प्रमुख पुलों में पुल संख्‍या 39 और 43 की लांचिंग प्रगति पर है और क्रमशः 310 मीटर और 260 मीटर की लॉंचिंग का कार्य पूरा किया जा चुका है ।

❖ अप्रैल, 21 और मई, 21 के दौरान हासिल की गयी प्रमुख उपलब्धियॉं

चिनाब ब्रिज : दुनिया के सबसे ऊँचे रेल पुल का आर्क क्‍लोज़र अप्रैल, 2021 में किया गया था । अप्रैल, 2021 में 58 एमटी और मई 2021 में 163 एमटी की लॉंचिंग की गई है । इस प्रकार कुल 10619 मीट्रिक टन की लॉंचिंग की गयी है । हालांकि, कोविड के बढ़ते मामलों के कारण, इस पुल के कौड़ी छोर के आसपास के क्षेत्र को हाल ही में कुछ प्रतिबंधों को लागू करते हुए एक माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
अंजी ब्रिज – मेन पाइलोन कंक्रीटिंग : अप्रैल, 2021 में 4 मीटर और मई, 21 में 4 मीटर लिफ्ट किया गया । इस प्रकार मुख्‍य पायलन के 193 में से 130 मीटर का कार्य पूरा कर लिया गया है । कुल मिलाकर 55 मीटर के सेगमेंटों की असेंबली और 30 मीटर की लांचिंग कर ली गयी है ।
रियासी क्षेत्र में पुल संख्‍या 39 पर अप्रैल और मई, 2021 में 32 मीटर की लांचिंग का कार्य किया गया ।
बक्कल (रियासी) क्षेत्र में, अप्रैल 2020 में 42.5 मीटर और मई, 2021 में 9 मीटर की लंबाई तक लॉंचिंग की गयी ।
अप्रैल 2021 में 1.46 मीटर टनल माइनिंग और मई, 21 में 0.78 किलोमीटर सुरंग खनन किया गया ।

2020-21 की प्रमुख उपलब्धियॉं
वर्ष 2020-21 में कुल 14.97 किलोमीटर सुरंग खनन किया गया ।
5093 मीटर लंबी सुरंग टी-2 का ब्रेकथ्रू 03 अगस्‍त, 2020 को किया गया ।
03.10.2020 को 8.6 किलोमीटर लंबी सुरंग संख्‍या टी-74आर (मुख्‍य सुरंग) का ब्रेकथ्रू किया गया। यह पीर पंजाल सुरंग के बाद यूएसबीआरएल परियोजना पर निर्मित दूसरी सबसे लंबी सुरंग है ।
05.12.2020 को 7.41 किलोमीटर लंबी सुरंग टी-74आर (एस्‍केप सुरंग) का ब्रेकथ्रू किया गया ।
अक्‍टूबर, 2020 में पुल संख्‍या – 88 को पूरा किया गया ।
नवंबर, 2020 में पुल संख्‍या – 138 को पूरा किया गया ।
मार्च, 2021 में पुल संख्‍या – 59 को पूरा किया गया ।
इस वित्तीय वर्ष के दौरान कुल 15480 मीट्रिक टन का पुल निर्माण हासिल किया गया जो किसी भी वित्तीय वर्ष में अब तक का रिकॉर्ड उच्चतम निर्माण है।
वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान, 15520 मीट्रिक टन के सुपर स्‍ट्रक्‍चर का निर्माण किया गया जो किसी भी वित्तीय वर्ष में अब तक की रिकॉर्ड उच्चतम लॉन्चिंग है।

❖ निविदा स्थिति: फरवरी, 2021 से केआरसीएल और इरकॉन ने क्रमश: 580 करोड़ और 32.80 करोड़ रुपए की निविदाओं को अंतिम रूप दिया है। इसके अलावा, क्रमशः 915 करोड़ और 234 करोड़ रुपए की निविदाएं इरकॉन और केआरसीएल द्वारा आमंत्रित की गयी हैं । माननीय रेलमंत्री को अवगत कराया गया है कि शेष 435 करोड़ रुपए की बकाया निविदा के लिए जून, 2021 में जारी होने वाली एनआईटी की प्रतीक्षा है जिससे परियोजना के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने में तेजी आएगी ।

बनिहाल-बारामूला सेक्‍शन का विद्युतीकरण :
बनिहाल से बारामूला तक 136 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पहले ही चालू हो चुकी है और इसके विद्युतीकरण का कार्य भी स्वीकृत हो चुका है । सभी निविदाएं प्रदान कर दी गई हैं और एस एंड टी योजनाओं को भी मंजूरी दे दी गई है और कार्य प्रगति पर है । बनिहाल-बारामूला सेक्‍शन पर रेलवे विद्युतीकरण कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य मार्च-2022 है ।
परियोजना के पूरा होने की तिथि अप्रैल-2023 है ।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

जालौन:जिलाधिकारी जालौन तीसरी लहर को लेकर एक्शन मोड़ में

Wed May 26 , 2021
कोरोना की दस्तक के बाद जो खामियां सामने आई थीं अब जिला प्रशासन उसमें कोई कोताही बरतना नहीं चाहता। सूबे के मुखिया के वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा जालौन डीएम को तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर सजग भी किया था। जिसके बाद डीएम प्रियंका निरंजन अब एक्शन मोड में हैं […]

You May Like

Breaking News

advertisement