टीबी उन्मूलन की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा पीएम टीबी मुक्त भारत अभियान
इलाजरत टीबी मरीजों के समर्थन पर सभी सामुदायिक हितधारकों को साथ लाने की है पहल
विशेष रणनीति के तहत जिले में टीबी उन्मूलन के प्रयासों में तेजी लाने का हो रहा प्रयास
अररिया, 09 सितंबर ।
साल 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में विभिन्न स्तरों पर जरूरी पहल किया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म ने डिजिटल माध्यम से प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरूआत की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि टीबी की बीमारी स्वस्थ समाज पर कलंक है। इसे पूरी तरह खत्म करने के लिये संसाधन व सुविधा उपलब्ध कराया गया है। अपने प्रयत्न मात्र से निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति संभव है। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
टीबी उन्मूलन की दिशा में विशेष पहल है पीएम टीबी मुक्त भारत अभियान
सिविल सर्जन डॉ विधाचंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के साथ-साथ राष्ट्रपति द्वारा निक्षय मित्र पहल की भी शुरूआत की गयी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में वर्ल्ड टीबी समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने 2030 तक के सतत विकास लक्ष्य से पांच साल पहले देश को टीबी मुक्त बनाने का आह्वान किया था। डीआईओ डॉ मोईज ने कहा कि प्रधानमंत्री के इस संकल्प को आगे बढ़ाते हुए टीबी का उपचार करा रहे लोगों के समर्थन के लिये सभी सामुदायिक हितधारकों को साथ लाने व टीबी उन्मूलन की दिशा में देश को आगे बढ़ाने के लिये पूरे देश में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरूआत की गयी है।
जांच व उपचार की सुविधा बढ़ने से आसान हुआ टीबी का इलाज
सीडीओ डॉ वाईपी सिंह ने बताया कि निक्षय मित्र पोर्टल दानदाताओं को टीबी का उपचार करा रहे लोगों के लिये अनेक तरह की मदद देने का मंच प्रदान करता है। इसके त्रिस्तरीय सहयोग से पोषाहार, अतिरिक्त निदान व वाणिज्यिक समर्थन शामिल है। इन दानदाताओं को ही निक्षय मित्र कहा जायेगा। इसमें जन प्रतिनिधि, राजनीतिक दल, कॉर्पोरेट, एनजीओ व आम लोग शामिल होंगे। जिला टीबी समन्वयक दामोदर शर्मा ने बताया कि जांच व उपचार की सुविधा बढ़ने से टीबी मरीजों को काफी सहूलियत हुई है।
टीबी उन्मूलन की दिशा में होगी विशेष पहल
डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने बताया कि टीबी उन्मूलन के प्रयासों को गति देने के लिये जिले में विशेष रणनीति अपनायी गयी है। इसमें टीबी मरीजों के प्राइवेट नोटिफिकेशन को बढ़ाना, घर-घर टीबी जागरूकता अभियान के संचालन, मरीजों को नियमित दवा सेवन सुनिश्चित कराने के लिये फिल्ड वर्कस की भूमिका संबंधी मामलों की नियमित समीक्षा की जानी है। कार्यक्रम में डीपीएम एड्स अखिलेश कुमार सिंह, जिला टीबी समन्वयक दामोदर शर्मा, जमशेद आलम, पिंकू कुमार, नबोनिता घोष, मो हासिम, उदयचंद पासवान, सुरेश पासवान, शायक वसीर सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।