कविता एक ऐसा माध्यम है जो हमारे मन के तारों को झकझोर देता है : डा. लालचंद गुप्त

हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877

जयराम कन्या महाविद्यालय में कवि सम्मेलन का आयोजन।

कुरुक्षेत्र, 4 दिसम्बर : देशभर में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के चेयरमैन ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के आशीर्वाद से हिंदी विभाग एवं संगीत विभाग द्वारा हिंदी साहित्य अकादमी पंचकूला और महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर वरिष्ठ साहित्यकार, चिंतक एवं अधिष्ठाता डा. लालचंद गुप्त मंगल पधारे। इसके अतिरिक्त संस्थान के निदेशक एस.एन. गुप्ता, श्रीमती केसरी देवी लोहिया पब्लिक स्कूल की प्राचार्या अंजू अग्रवाल, जयराम महिला बी. एड.कालेज की प्राचार्या डा. प्रतिभा श्योकद तथा जयराम महिला पॉलिटेक्निक कालेज की प्राचार्या मनप्रीत कौर एवं शिक्षण संस्थान का पूरा स्टाफ उपस्थित रहा। महाविद्यालय की प्राचार्या डा. सुदेश रावल ने मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में पंचकूला, चरखी दादरी, भिवानी ,सोनीपत, पानीपत एवं कुरुक्षेत्र से अनेक सुप्रसिद्ध एवं गणमान्य कवि उपस्थित रहे। डा. अशोक बत्रा, प्रोफेसर कुमार विनोद, यश कीर्ति, सोनिया आक्स, अनामिका वालिया शर्मा तथा पुष्प लता ने अपनी कविताओं द्वारा सभी का मन मुग्ध कर दिया। अनामिका ने वीर जवानों एवं बेटियों की वीरता एवं बलिदान पर प्रकाश डाला। कवियत्री पुष्प लता ने माँ शारदा देवी की आराधना से सबका मन हर लिया। इस कवि सम्मेलन में इतना सुंदर एवं कोमल काव्य पाठ प्रस्तुत किया गया। जिसकी सभी ने भूरी भूरी प्रशंसा की। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रवक्ता डा. संगीता मेहता ने अपनी सुंदर कविता प्रस्तुत की। इस कवि सम्मेलन में सभी कवियों ने गीत, ग़ज़ल, नज़्म आदि के द्वारा मनोहर प्रस्तुतियां दी, जिस को दर्शकों ने एवं श्रोताओं ने बहुत पसंद किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा. लालचंद गुप्त ने कहां कि कविता एक ऐसा माध्यम है जो हमारे मन के तारों को झकझोर देता है, हमें कल्पना लोक में उड़ान भरने के लिए विवश कर देता है। आज इस प्रांगण में हिंदी साहित्य के अकादमी के सहयोग से किए जाने वाले इस कवि सम्मेलन के माध्यम से कवियों ने जो समा बांधा वह अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि कविता हमें तनाव में जीवन से मुक्ति दिला कर तन और मन को ठंडक प्रदान करती है। मन को शीतलता पहुंचाती है और हमारे अंतर्मन में हिलोरे उठाती हैं। प्राचार्या डा. रावल ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया। उन्होंने कार्यक्रम की संयोजिका डा. अनीता शर्मा एवं डा. सुनीता शर्मा को बधाई व शुभकामनाएं दी। हरियाणा साहित्य अकादमी ने महाविद्यालय के प्राचार्या डा. सुदेश रावल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
जयराम कन्या महाविद्यालय में मंच पर विख्यात कवि एवं उपस्थिति। कवि को स्मृति चिन्ह देते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या।

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