चिमनी बाजार मामले में चार हमलावरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया
पूर्णिया संवाददाता
चिमनी बाजार में जमीन विवाद मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बताते चलें कि चिमनी बाजार में एक पक्ष है जो अपने जमीन को अपनी जमीनदारी की जमीन तथा अपना निजी कब्रिस्तान बताते हैं और अपना कागज भी दिखाते हैं ।वहीं दूसरी और दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि यह कब्रिस्तान की जमीन 1903 में थी उसके बाद इन लोगों ने साजिश करके हटवा दिया है।
स्थल पर जाने से पता चलता है कि उस जमीन पर बहुत दिनों से प्रथम पक्ष मोहम्मद इस्माइल अंसारी व अन्य फ़रिकों का कब्जा है।
दूसरा पक्ष जो खुद को जिसमें कई लोग अपने आप को एसजीपीआई का नेता कहते हैं इन लोगों द्वारा भीड़ इकट्ठा कर कई दुकानदारों को दुकान खाली करवाकर दुकान में ताला मरवा दिया गया और उन लोगों के साथ मारपीट की गई। जब उस स्थान पर प्रथम पक्ष मोहम्मद इस्माइल अंसारी व उनके परिवार के लोग जब पहुंचे तो उन लोगों के साथ भी धक्का-मुक्की की गई और उन सभी के साथ मारपीट किया गया ।स्थिति ऐसी बनी की बहुत बड़ी घटना होने से बच गई ।इस मामले में जमींदार पक्ष के मोहम्मद इस्माइल अंसारी व उनके परिजन कहते हैं कि हम लोगों की यह 5 हेक्टेयर ( 5 बीघा) जमीन हम लोगों की दादा परदादा के समय से हैं। हमारे दादा दो भाई मोहम्मद अब्दुल मियां तथा मोहम्मद सब्दुल मियां थे ।हम लोग यहां के बहुत पुराने भारतीय वासिंदे हैं और हम लोगों कि यहां काफी जमीन है। हमारे दादा लोग जमींदार थे। दूसरे पक्ष यानी मोहम्मद अफजल आलम ,सहेबुल इस्लाम इत्यादि लोग कई लोगों को इकट्ठा कर हम लोगों के द्वारा दिए गए दुकानदारों को मारा पीटा गया और उनके दुकान में ताला मार दिया गया।कई दुकानों का ताला उन लोगों द्वारा तोड़ दिया गया। इस दौरान तो उपद्रवियों ने यह भी किया कि कई दुकानदारों को उनके दुकान में ही बंद कर बाहर से लगा दिया गया और उन्हें बंधक बना लिया गया ।इस मामले में हम लोगों ने सदर थाना में आवेदन दिया और जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई तब सदर डीएसपी और सदर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और उन लोगों ने जांच किया ।इस दौरान उपद्रवियों ने भी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस तथा हम लोगों को अनाप-शनाप कहने लगे ।दूसरे पक्ष के कई लोग जो गिरफ्तार हुए हैं उसमें 1- मोहम्मद मुजफ्फर आलम पिता मो निसार अहमद, 2-मोहम्मद साहेबुल इस्लाम पिता स्व.मो. तैमूर उर्फ मास्टर साहब 3- मोहम्मद अफजल उर्फ मोंगना पिता स्व. मो यासीन हैं।
सभी एसजीपीजीआई के नेता अपने आप को कहते हैं। उन लोगों के संरक्षण में ही हम लोगों पर आक्रमण किया गया और हम लोगों के दुकान को तोड़ा गया। हम लोग साथ में और दहशत में है ।पूर्णिया पुलिस पर ही अब भरोसा है कि हम लोगों को न्याय मिले।