हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र 13 नवंबर : जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुदेश जाटियान ने बताया कि हरियाणा योग आयोग एवं आयुष विभाग द्वारा राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के सफल आयोजन हेतु जोरों से तैयारियां की जा रही है। जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुदेश जाटियान ने बताया कि राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य में जिला स्तर पर 14 से 20 नवम्बर 2024 के मध्य ब्रहमसरोवर मेडिटेशन हाल में सुबह 5:30 बजे से 7:00 बजे तक पांच दिवसीय प्रेक्टिकल शिविर आयोजित किए जाएंगे। जिसमें आयुष विभाग के योग सहायकों द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा की विभिन्न क्रियाओं मिट्टी पट्टी एवं षट्कर्म आदि को करवाया जाएगा। नैचुरोपैथी की विभिन्न रोगों में उपयोगिता एवं अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी विषयों पर जानकारी दी जाएगी।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति का आधार पंचतत्व आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी है। इस तरह से यह पद्धति संसार में प्रचलित सभी चिकित्सा पद्धतियों में पुरानी व उसकी जननी है। इस पद्धति से मुख्य आठ प्रकार की चिकित्सा पद्धतियों- आहार चिकित्सा, आकाश चिकित्सा, अग्नि चिकित्सा, जल चिकित्सा, पृथ्वी तत्व, सूर्य चिकित्सा, वायु चिकित्सा, विद्युत चिकित्सा से रोगों का निदान किया जाता है। रोगों को नष्ट करने के लिए हमारे देश में मिट्टी का उपयोग प्राचीन समय से ही किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्राचीन काल में किसी भी प्रकार की दवाएं अस्पताल इत्यादि नहीं थे फिर भी लोग आज की तुलना में काफी स्वस्थ और लम्बी उम्र वाले होते थे। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी द्वारा इस अवसर पर लोगों को अधिक से अधिक प्राकृतिक एवं आयुष चिकित्सा पद्धतियों को अपनाकर स्वस्थ व निरोग रहने बारे आवाहन किया।