प्रो. सोमनाथ को आगामी तीन वर्षो के लिए दोबारा मिली कुवि कुलपति की जिम्मेवारी

प्रो. सोमनाथ को आगामी तीन वर्षो के लिए दोबारा मिली कुवि कुलपति की जिम्मेवारी।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

कुलपति प्रो. सोमनाथ के नेतृत्व में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने खेलों, सांस्कृतिक व शोध के क्षेत्र में प्राप्त की अनेको उपलब्धियां।

कुरुक्षेत्र, 28 सितम्बर : हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय के आदेशानुसार हरियाणा राजभवन से प्राप्त पत्र क्रमांक 8422 दिनांक 28 सितम्बर, 2023 के अनुसार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के कुलपति पद के कार्यकाल को 10 नवम्बर 2023 से आगामी तीन वर्षो के लिए बढ़ाया गया है। कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने इस महत्वपूर्ण जिम्मेवारी को बढ़ाने व उन पर विश्वास जताने के लिए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार प्रकट करते हुए कहा कि राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने देश में सर्वप्रथम राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को केयू के यूजी व सम्बन्धित कॉलेजों के यूजी प्रोगाम्स में लागू किया है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने खेलों, सांस्कृतिक व शोध के क्षेत्र में अनेको उपलब्धियां अर्जित की हैं। विद्यार्थियों के लिए मजबूत आधारभूत ढांचा और ऑटोमेशन सुविधा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की पहली प्राथमिकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के उद्देश्यों के मद्देनजर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा 19 ऑनलाईन प्रोग्राम्स शुरू किए गए हैं। पिछले वर्षो में विश्वविद्यालय परिसर में केजी-टू-पीजी स्कीम, जापानी भाषा के सर्टिफिकेट कोर्स, बीबीए आनर्स व एमटेक डिफेंस टेक्नोलॉजी प्रोग्राम्स शुरू किए गए थे। शोध के क्षेत्र में केयू द्वारा 63 फाईल्ड, 43 पब्लिश व 11 पेटेंट एप्लीकेशंस दर्ज किए जा चुके हैं और केयू की योजना अधिक से अधिक पेटेंट दर्ज करने की है। कुवि में शोध एवं अनुसंधान बढ़ावा देने के लिए 7 बेस्ट रिसर्च अवार्ड शुरू किए जा चुके हैं। वर्ष 2017 से 2022 तक शैक्षणिक व शोध उपलब्धियों के आधार पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के 129 शिक्षकों को केयू एपलोज पालिसी के तहत् मेडल व सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत भी किया गया है। सेल्फ फाइनेंस शिक्षकों का प्रमोशन चैनल बनाया गया है तथा गैर-शिक्षक कर्मचारियों की पदोन्नति की गई है। विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थिति में सुधार किया है तथा आईयूएमएस पोर्टल द्वारा विद्यार्थियों के प्रवेश से लेकर परीक्षा संबंधी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को डिजीटल मोड में किया गया है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा इंडो-पैसिफिक स्टडीज के लिए इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंडो-पैसिफिक स्टडीज की स्थापना की गई है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में स्वरोजगार को लेकर इन्क्यूबेशन सेंटर, स्टार्टअप, रोजगार सृजन केन्द्र, सेंटर फॉर ट्रेनिंग, इंटर्नशिप तथा एम्पलायमेंट सेल का गठन किया गया है। नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एमओयू वर्तमान समय की आवश्यकता है। अभी कल ही इंडोनेशिया के बाटम शहर में ब्लैंडिड मोड में आयोजित 29 वीं आईएमटी-जीटी बैठक में सात प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, जो वैश्विक शैक्षणिक सहयोग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही 11 अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों के साथ विद्यार्थियों के हित के लिए समझौते किए गए हैं।
प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि देश की खेलों के क्षेत्र में प्रदान की जाने वाली सबसे प्रतिष्ठित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (माका) ट्रॉफी में तीसरा स्थान हासिल करना विश्वविद्यालय के लिए बड़े ही गौरव की बात है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने तीसरे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में देशभर में 6वां स्थान हासिल किया है। अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संघ के 36वें राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव में 18 विधाओं में से 16 विधाओं में पुरस्कार जीतकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने पहली बार गवर्नमेंट यूनिवर्सिटीज में देशभर में पहला स्थान हासिल कर इतिहास रचा है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के कार्यकाल को आगामी तीन वर्षो के लिए बढ़ने पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुटा व कुंटिया पदाधिकारियों, शिक्षकों व कर्मचारियों ने भी उन्हें बधाई दी।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में कथा व्यास साध्वी भाग्य श्री भारती जी ने बताया कि संसार के रिश्ते स्वार्थ की नींव पर टिके होते हैं वह सदा साथ नहीं निभाते इसलिए आवश्यकता है उस ईश्वर को जानने की

Thu Sep 28 , 2023
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में कथा व्यास साध्वी भाग्य श्री भारती जी ने बताया कि संसार के रिश्ते स्वार्थ की नींव पर टिके होते हैं वह सदा साथ नहीं निभाते इसलिए आवश्यकता है उस ईश्वर को जानने की। फिरोजपुर 28 सितंबर [कैलाश शर्मा जिला […]

You May Like

Breaking News

advertisement