भारत अमृत महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रम का किया गया आयोजन
संवाददाता प्रशांत त्रिवेदी
कन्नौज । जलालाबाद कस्बे में भारत अमृत महोत्सव के अंतर्गत राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर कृषको, महिलाओं व कन्याओं में पोषण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से कृषि विज्ञान केन्द्र अनौगी में शुक्रवार को केंद्र पर इफको के साथ मिलकर अंतर्राष्टीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के परिपेक्ष्य में पोषण वाटिका महाभियान व वृक्षारोपण विषय पर वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 100 कृषको व महिलाओं के साथ ही 40 कन्याओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष प्रीति शाक्य मौजूद रही।उन्होंने महिलाओं को घर-घर पोषण वाटिका लगाकर उसका पूरा लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। केंद्र के अध्यक्ष डॉ वी.के. कन्नौजिया ने कहा कि मोटे अनाज के पोषक महत्व के कारण सरकार ने वर्ष 2023 को मोटे अनाज का वर्ष घोषित किया है। मोटे अनाजों के उत्पादन में सुगमता व बढ़ती हुई मांग को देखते हुए किसान भाइयों को इसका उत्पादन कर स्वास्थ्य व आर्थिक लाभ लेना चाहिए। केंद्र की महिला वैज्ञानिक डॉ पूनम सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि, किसानों, महिलाओं व कन्याओं का स्वागत करते हुए कहा की पोषण वाटिका व मोटे अनाज कुपोषण दूर करने के दो महत्वपूर्ण आयाम हैं। इनको अपने जीवन का हिस्सा बनाकर हम अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को कई गुना कम कर सकते है। डॉ चंद्रकला यादव ने मोटे अनाजों के प्रयोग विधि पर चर्चा की। इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री मान सिंह ने किसानों को नैनो यूरिया व नैनो डी ए पी के प्रयोग की जानकारी दी। कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को न्यूट्रिगार्डेन बीज किट व सहजन के पौधे वितरित किये गए। मोटे अनाजों के प्रचलन को बढ़ाने के उद्देश्य से कार्यक्रम में उपस्थित कन्याओं को मोटे अनाजो की दलिया बनाकर खिलाया गया। केंद्र पर उपस्थित सभी इकाइयों का भ्रमण कर महिलाओं ने जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में केंद्र के वैज्ञानिक डॉ सी के राय, मौसम वैज्ञानिक अमरेंद्र यादव उपस्थित रहे।