मेहनगर तहसीलदार के कार्य प्रणाली से जनता में आक्रोश
मेंहनगर आजमगढ़ । स्थानीय तहसील के तहसीलदार महोदय अपनी नोकरी बचाने के लिए अनियमितता अन्याय पूर्वक फाइलों के पात्रावलियों के निस्तारण कर रहे हैं । विवादित फाईलो में धनउगाही कर अन्याय पूर्वक निस्तारण करने में जुटे हुए है। बताते चले कि जहां यसस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सरकारी जमीन पोखरी, पोखरा, भीटा, सवरही, खलिहान ,में बने हुए कब्जो को तत्काल हटाने का निर्देश दिएं है। उसी क्रम में बंजर ग्राम समाज नवीन परती उसर पर किसानों द्वारा कब्जा किये गए कब्जे की जांच कर किसानों के पक्ष में आवंटन या आबादी दर्ज करने का भी आदेश जारी है। परंतु तहसीलदार मेंहनगर सरकार की मनसा के ठीक विपरीत काम कर रहे हैं । जिससे सरकार की बदनामी हो रही है। ज्ञात हो कि मेंहनगर तहसील में सैकङो फाइलों धारा 34 ,115 c में बिना साक्ष्य सबूत गवाही लिए बेदखली का आदेश कर दिए हैं। जो सरासर न्याय हित से परे है। जिन फ़ाइलो में दिनांक 30 दिसम्बर 22 दिसम्बर आदि तारीख लगी थी उसका निस्तारण 7 दिसम्बर में ही अन्याय पूर्वंक कर दिया गया है। किसी भी फाइल में साक्ष सबूत गवाही नही लिया गया है। जिसे लेकर अधिवक्ता भी तहसीलदार कोर्ट में काम नही कर रहे हैं। और जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है ।उक्त समस्या की ओर जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित करते हुए पुनः साक्ष सबूत व गवाही लेकर फाइलों के निस्तारण की मांग की है। अन्यथा एक दिन क्षेत्रिय जनता सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगी । जिसकी सारी जिम्मेदारी तहसीलदार मेंहनगर की होगी ।