फिरोजपुर:कैप्टन (कैलाश)
मनरेगा वर्करों से धक्का बर्दाश्त नहीं किया जाएगा : बग्गा सिंह
कैप्टन सरकार अनुसूचित जाति के मसलों से गंभीर नहीं : कैथ
मांगों को पूरा नहीं किया तो 14 अप्रैल को सुबह में संघर्ष किया जाएगा : कैथ
मजदूर वेलफेयर सभा पंजाब ने प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम एक मेमोरेंडम नेशनल शेड्यूल्ड कास्ट अलायंस मजदूर वेलफेयर सभा पंजाब, दलित वेलफेयर सभा नवनिर्माण क्रांति दल की ओर से याद पत्र देने के लिए नगर कौसल पार्क फिरोजपुर से डिप्टी कमिश्नर के ऑफिस के सामने देने के लिए पहुंचे तो प्रशासन ने मेमोरेंडम लेने से आनाकानी की जिस कारण माहौल तनावपूर्ण बन गया प्रदर्शनकारियों ने परमजीत सिंह कैथ, दिलीप सिंह बूचड़े, बग्गा सिंह, गुरसेवक सिंह, मैन माजरी, जसविंदर सिंह ने एडवोकेट महमी की अगवाई में चंडीगढ़ फिरोजपुर मार्ग पर लगातार एक घंटा नारेबाजी की और रोड को पूरे तरीके से जाम कर दिया तब प्रशासन ने इस को गंभीरता से लेते हुए राजदीप कौर एडीसी (जनरल) ने खुद धरना प्रदर्शन स्थान पर जाकर के जो मुख्यमंत्री के नाम याद पत्र लिया और भरोसा दिया कि जो जिला प्रशासन के करने वाले मसले हैं। जैसे के बेघरों को 5 मरले का प्लाट देना। कच्चे मकानों को पक्के मकान बनाना और उसके लिए रुपए जारी करना और मनरेगा के तहत मजदूरी करने वाले काम में हो रही देरी को यकीनी बनाना। यह सारे काम हम पहल के आधार पर करेंगे और रोजगार को यकीनी बनाया जाएगा। बेरोजगारी भत्ता और मजदूरी को बढ़ाने की मांग को भी विचारा जाएगा जो मसले मुख्यमंत्री के संबंधित है। वह याद पत्र उनको भेज दिया जाएगा और शिक्षा का अधिकार एक्ट 2011 पंजाब की नोटिफाइड में दुरुस्ती करने के लिए लिखा जाएगा। परमजीत सिंह कैथ प्रधान नेशनल शेड्यूल्ड कास्ट लाइंस ने चेतावनी देते हुए कहा अगर हमारे मसलों को 14 अप्रैल तक गंभीरता से नहीं लिया गया तब कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ संघर्ष को तेज कर दिया जाएगा उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के साथ धक्का, धोखा और अत्याचार हो रहा है जिसको किसी भी शर्त पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा फिरोजपुर प्रशासन अनुसूचित जातियों के मसले प्रति गंभीर नहीं है यह एक निराशाजनक बर्ताव है बग्गा सिंह प्रधान मजदूर वेलफेयर सभा पंजाब ने कहा कि हमें मनरेगा वर्कर के साथ किसी तरह का धक्का बर्दाश्त नहीं है। उनके हकों के हित की लड़ाई के लिए संघर्ष जारी रहेगा।इस धरने में बड़ी संख्या में औरतें मर्द और बुजुर्गों ने हिस्सा लिया।