स्थानीय तहसील क्षेत्र के करनेहुवां ग्राम में बनाया जा रहा सामुदायिक शौचालय आठ माह से अधूरा पड़ा हुआ है। ग्रामीणों में अधूरे निर्माण को लेकर नाराजगी है।
ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक शौचालय की दिवाल बनाकर छत बना दिया गया है, और दरवाजा लगाकर ताला बन्द कर दिया गया है। भीतर कोई भी निर्माण नहीं कराया गया है। इस सम्बन्ध में ग्रामीणों ने सम्बंधित ग्राम सचिव से कई बार शिकायत की किन्तु उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि घबराइए मत बन जाएगा। पूर्व प्रधान महेन्द्र यादव ने बताया कि धन के अभाव में शौचालय का निर्माण नहीं कराया जा सका है। यह शौचालय हमारी देखरेख में बनाया जा रहा था। इसका कार्यभार प्रशासक के तौर पर एडीओ पंचायत अनिल कुमार और सचिव राम
अवध यादव ही देख रहे थे। सेक्रेटरी राम अवध यादव ने बताया कि सामुदायिक शौचालय की कुल लागत 571000 है । जबकि 4.50 लाख खर्च हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि शासन की मंशा के अनुसार बहू- बेटी शौचालय के लिए बाहर न जाए, इसके लिए सरकार द्वारा सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है जबकि हमारा गांव आज भी अछूता है। ग्राम के आदित्य सिंह, दिवाकर सिंह, नीरज गौड, सुनील वर्मा ,श्री कृष्ण राज बहादुर सिंह, राम बक्श गौड़, सूर्यभान मौर्या, भूलन,पप्पू मौर्या सहित दर्जनों ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया। एडीओ पंचायत अनील कुमार से बात करने पर बताया बताया कि सेक्रेटरी से बात कर ले पूरे ग्राम सेक्रेटरी राम अवध यादव ने बताया कि डोगर व्यवस्था के अभाव में शौचालय पूर्ण नहीं कराया जा सका लेकिन जैसे ही डोगर व्यवस्था हुई तत्काल कराया जाएगा।