लखीमपुर खीरी में किसानों के हत्या के खिलाफ अररिया में रोषपूर्ण प्रदर्शन
किसानों ने नरेद्र मोदी का पुतला फूंक कर जताया विरोध
अररिया से मो माजिद
3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में भाजपा के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे और उनके गुंडों द्वारा किसानों पर गाड़ी चढ़ा कर हत्या कर देने के खिलाफ अररिया में रोषपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति से जुड़े किसान-मजदूर संगठनो ने भाग लिया ।
प्रदर्शनकारीयों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंक कर यह मांग रखी कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जिनकी इस घटना में संलिपतता स्पष्ट दिखाई दे रही है, को बर्खास्त किया जाए और उनके बेटे एवं अन्य पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाय तथा सुप्रीम कोर्ट के निगरानी में पूरे मामले की जांच की जाए।
सोमवार 11 बजे से बस स्टैंड पर किसान आन्दोलनकारी इकठ्ठा हुए और वहां जमकर नारेबाजी हुई. “किसानों की हत्यारी सरकार इस्तीफ़ा दो इस्तीफ़ा दो” , “केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे पर हत्या का मुकदमा दर्ज करो” आदि नारे लगाए गए. जन जागरण शक्ति संगठन के आशीष रंजन ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कल लखीमपुर खिरी की घटना सुनियोजित हत्या है. भाजपा के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री पहले से ही कह रहे हैं कि किसानों पर हिंसा कर उनका आन्दोलन तोड़ेंगे इसलिए उन्होंने कल गाडी चढ़ा कर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे 4 किसानों की हत्या कर दी और कई लोगों को घायल किया .
सी.पी.आई के डा एस आर झा ने कहा कि इससे किसान डरने वाले नहीं है . जनता सब देख रही है और वह मोदी सरकार के तानाशाही रवैये को नहीं सहेगी.
अखिल भारतीय किसान सभा के राम विनय राय ने कहा कि यह फासिस्ट सरकार है इसलिए कोई आश्चर्य नहीं कि अन्नदाताओं को भी इन्होने नहीं छोड़ा। माले के रामविलास यादव ने ह्त्या की भर्त्सना कि और कहा कि हम किसानी पर बने तीन किसान विरोधी कानून को वापिस करा कर रहेंगे। अररिया ऑटो ड्राइवर यूनियन के सब्यसाची ने कहा कि भाजपा के दामन में लगे किसानों के खून का दाग जनता देख रही है, सब याद रखा जाएगा।
किसान नेत्री हलीमा खातून ने कहा कि हम सभी महिला किसान भी इस अन्दोलन के साथ हैं। इस विरोध रादर्शन में एआईएवाईएफ के अभिषेक पासवान, वदूद आलम सी.पी.आई(एम) के विजय शर्मा, माले के इन्द्रानंद पासवान, जन जागरण शक्ति संगठन के महासचिव शिवनारायण, पूर्व महासचिव रंजित पासवान, पवन, रंजय पासवान अररिया ऑटो ड्राइवर यूनियन के सब्यसाची, अरुण राय, सफाई कर्मचारी संघ के दलीप मेहतर सहित दर्जनों किसान मजदूर शामिल हुए।