इनेरिका के छात्राओं द्वारा केंद्रीय कारा के अधीक्षक, कर्मचारियों व बंदियों को पहनाई गई राखी
- बंदियों को आई अपनी बहनों की याद
- बहनों को बंदियों द्वारा दिया गया उपहार
पूर्णिया संवाददाता
रक्षा बंधन का पर्व भाई-बहनों के प्यार का सबसे बड़ा त्योहार है। अगर ऐसे समय में किसी का भाई या बहन न हो तो उसे बड़ी तकलीफ महसूस होती है। जिले के केंद्रीय कारा में कैद ऐसे ही भाइयों के तकलीफ को दूर किया गया। इनेरिका कंप्यूटर के छात्राओं द्वारा कारा में उपस्थित अधीक्षक, कर्मचारियों के साथ ही वहां बन्द सभी बंदियों को राखी पहनाई गई। इस दौरान अधीक्षक राजीव कुमार झा, सुपरिटेंडेंट वीरेंद्र कुमार राव तथा संतोष पाठक की उपस्थिति में सभी कर्मचारियों व बंदियों को मिठाई भी खिलाई गई जिससे केंद्र में उपस्थित कैदियों को अपने बहनों की याद आ गई। छात्राओं द्वारा राखी पहनाने के क्रम में बहुत से बंदियों के आंखों में आंसू भी आ गए। बंदियों द्वारा सभी छात्राओं को उपहार के रूप में कुछ रुपये दिए गए। केंद्र में उपस्थित महिला पुलिस कर्मियों ने इनेरिका कंप्यूटर के निर्देशक रविन्द्र कुमार साह को भी राखी बांधी गई। रक्षा बंधन के इस महान पर्व में केंद्रीय कारा में उपस्थित कर्मचारियों व बंदियों को बहनों की उपस्थिति महसूस कराने में इनेरिका कंप्यूटर के निर्देशक रविन्द्र कुमार साह के साथ समाजसेवी हेना सईद तथा संचिता बनर्जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बंदियों को आई अपनी बहनों की याद :
इस सम्बंध में इनेरिका कंप्यूटर के निर्देशक रविन्द्र कुमार साह ने बताया पिछले कई वर्षों से इनेरिका के छात्राओं द्वारा राखी बंधा जाता है और सभी को मिठाई खिलाई जाती है। राखी बांधने के साथ छात्राओं द्वारा सभी बंदियों से वचन लिया जाता है कि जब वे जेल से बाहर निकलेंगे तो समाज के मुख्य धारा से जुड़कर अपना जीवन को सफल बनाते हुए अपने परिवार का ध्यान रखेंगे। जिससे कि न सिर्फ उन्हें बल्कि उनके परिवार को भी खुशी मिल सके। सभी बंदियों द्वारा छात्राओं को इसका वचन देने के साथ ही छात्राओं को कुछ रुपये भी उपहार के रूप में दिए गए। रविन्द्र कुमार साह ने बताया केंद्रीय कारा के लगभग 1200 से अधिक बंदियों को छात्राओं द्वारा राखी बांधी गई और उन सभी को मिठाई खिलाई गई।