कन्नौज । श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर प्रांगण में राम काज सेवा समिति के तत्वाधान में चल रही श्रीराम कथा के विश्राम दिवस की कथा में स्वामी निर्मल शरण महाराज ने बताया जब भगवान राम वनवास की अवधि पूरी कर अयोध्या आए और सब से मिले राम जी भैया भरत के केश (बाल)सुलझाए और भैया भरत राम जी के केश सुलझाए।महाराज जी ने कहा इस कलयुग में भाई भाई के ऊपर केस कर रहा है जबकि भाई ही भाई का केस सुलझा सकता है।बिना बंधुत्व प्रेम के रामराज्य संभव नहीं।भगवान राम स्वर्णमयी सिंहासन पर विराजे और उनका राज तिलक हुआ”प्रथम तिलक वशिष्ठ मुनि कीन्हा”भगवान राम के शासनकाल में हर कोई खुशहाल था।स्वामी जी ने कहा हम सभी को राम जी के आदर्शों पर चलना चाहिए कथा सुनना सार्थक तब होगा जब उसे जीवन में उतारा जाए।राम काज सेवा समिति व हजारों श्रद्धालुओं ने महाराज जी की भावभीनी विदाई की। बोलो राजा रामचंद्र की जय।
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Sun Apr 10 , 2022