रामायण, रामकथा हमारी जीवन शैली को सुसंस्कृत बनाती है – डॉ चरण दास महंत,

जांजगीर-चांपा ,27 मार्च, 2022 / विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि राम कथा मनुष्य के जीवन मरण के बीच जीने  की संस्कृति है। उन्होंने कहा कि सभी राम कथा का श्रवण करें और अपने जीवन को संस्कारवान बनाएं। वे जिले के विकासखंड बलौदा के ग्राम कमरीद में आयोजित रामकथा में उपस्थित मानस प्रेमियों को संबोधित कर रहे थे। डॉ महंत ने मानस मंडली के लिए राम कथा वाचन हेतु मंच निर्माण के लिए 3 लाख रुपए की घोषणा की। डॉक्टर महंत ने अपने उद्बोधन  में आगे कहा कि जिसका जन्म हुआ है उसका मरण निश्चित है। उन्होंने कहा कि जीवन और मरण के बीच समय को वैसे जिएं इसका ज्ञान हमें राम कथा के माध्यम से मिलता है। उन्होंने कहा कि हम सभी की आत्मा में राम हैं। सभी व्यक्ति की आत्मा एक समान है। इस मर्म को समझने की जरूरत है। तभी इससे परस्पर प्रेम भाव पैदा होगा और समाज में सुख शांति समृद्धि आ सकेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कौशल्या माता की जन्म भूमि है। इसलिए हम भगवान राम को भांजा मानते हैं। उन्होंने कहा कि इस अध्यात्मिक रिश्ते को निभाने छत्तीसगढ़ सरकार राम वन गमन पथ परियोजना के माध्यम से  महत्वपूर्ण स्थलों के विकास के कार्य कर रही है। इसके पूर्व डॉ महंत ने कथा स्थल में भगवान श्रीराम की विधिवत पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद प्राप्त किया।
 इस अवसर पर सर्व श्री दिनेश शर्मा,राघवेंद्र कुमार सिंह, मनहरण राठौर, किशन सोनी, कन्हैया राठौर,प्रिंस शर्मा, विवेक सिसोदिया, आयोजन समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में मानस प्रेमी ग्राम वासी उपस्थित थे।  

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