देश की तकनीकी शिक्षा में योगदान देंगे कुलसचिव प्रो. आर. एस. राठौड़।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने तकनीकी शिक्षा की गाइडलाइंस लागू करने के लिए गठित पांच सदस्यीय समिति में शामिल किए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर आर. एस राठौड़।
पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर रणधीर सिंह राठौड़ को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा गठित कमेटी में शामिल किया गया है। यह कमेटी देशभर में नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क और मल्टीपल एंट्री एंड मल्टीपल एग्जिट गाइडलाइंस को लागू करने की दिशा में काम करेगी। राष्ट्रीय स्तर पर गठित इस समिति में देश भर से कुल 5 सदस्य बनाए गए हैं। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अनुभवों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण जिम्मा कुलसचिव प्रोफेसर आर. एस राठौड़ को दिया है। इस उपलब्धि के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कुलसचिव प्रोफेसर आर. एस. राठौड़ को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कोर्सिस, कार्यशैली और अनुभव के आधार पर यह जिम्मेदारी प्रोफेसर आर.एस. राठौड़ को दी है। उन्होंने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के अनुभव का फायदा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की इस समिति को मिलेगा।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर आर. एस. राठौड़ ने कहा कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है और इसी कड़ी में इस कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कमेटी अप्रूवल प्रोसेस हैंडबुक (APH) 2023-24 तैयार करेगी। इसमें तकनीकी शिक्षा क्षेत्र के लिए कौशल घटकों को स्पष्टता से परिभाषित किया जाएगा। प्रोफेसर राठौर ने बताया कि यह कमेटी गाइडलाइंस को लागू करवाने के लिए प्रारूप भी तैयार करेगी। तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। इसलिए कौशल के घटकों को सही तरीके से परिभाषित कर तकनीकी शिक्षा को और अधिक व्यवहारिक बनाए जाने की जरूरत है। भविष्य में युवा पीढ़ी तकनीक और कौशल के आधार पर ही वैश्विक स्पर्धा में अपनी अहम भूमिका निभा सकती है। इस दिशा में अत्यंत कारगर और सटीक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय कौशल के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय के यह सब अनुभव अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के लिए सार्थक साबित होंगे। प्रोफेसर राठौर ने बताया कि कमेटी शीघ्र ही अपना काम शुरू करेगी।
प्रोफेसर आर. एस. राठौड़, कुलसचिव, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय।