रुड़की
स्टोरी ग्रामीणों में गुस्सा
: शमशान घाट का विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है। आज सैकड़ो ग्रामीणों ने भगवानपुर तहसील में एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया और समस्या के समाधान की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि शमशान घाट को लेकर राजनीति हो रही है और भू-माफियाओं की शिकायत पर शमशान घाट के निर्माण को रोका जा रहा है। उधर एसडीएम भगवानपुर का कहना है कि ग्रामीणों पर निर्माण से सम्बंधित कोई कागज मौजूद नही है, इसीलिए उन्होंने निर्माण पर रोक लगाई है।
गौरतलब है कि ज्वालापुर विधानसभा के गाँव गांजा माजरा के लोग शमशान घाट को लेकर पिछले लंबे समय से लगाई लड़ते आरहे है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी ग्रामीणों ने शमशान घाट की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया था, तब एसडीएम के लिखित आदेश (आश्वासन) पर ग्रामीणों ने बहिष्कार को खत्म किया था। उसके बाद ग्रामीणों को गाँव मे ही शमशान घाट की जगह उपलब्ध करा दी गई थी। ग्रामीणों ने बताया प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में उन्होंने शमशान घाट की भूमि की हदबंदी की और टीन शेड डालकर अंतिम संस्कार शुरू कर दिए थे। अब उस जमीन पर छतरी का निर्माण किया जा रहा, जिसको लेकर सियासत हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व विधायक के इशारे
बाईट , राजेश कम्बोज (ग्रामीण)
बाईट , वैभव गुप्ता (एस डी एम भगवानपुर)