जल निकास को लेकर हुवा बवाल
अररिया
जल निकास मार्ग को बाधित करने के विरुद्ध शुक्रवार को पलासी पटेगना के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया है। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि अररिया कुर्साकांटा मुख्य मार्ग के प्लस टू हाई स्कूल चौक पलासी पटेगना से आगे चूड़ा मिल के समीप एक व्यक्ति द्वारा दबंगई दिखाकर मुख्य मार्ग पर बने पुलिया के मुहाने को मिट्टी भराई कर जल निकास को बाधित कर दिया गया है। जिसके कारण सैकड़ों एकड़ उपजाऊ भूमि पानी से लबालब हो गया है। जलजमाव के कारण लोगों के कच्चे घर भी इसके कारण क्षतिग्रस्त होने के कगार पर आ गया है। 10 दिन पूर्व जिलाधिकारी को आवेदन देने के बावजूद भी कोई पहल नहीं होने से ग्रामीण आक्रोशित होकर सड़क पर उतर आंदोलन करने पर मजबूर हो गए। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि अररिया कुर्साकांटा मुख्य मार्ग के पलासी हाई स्कूल चौक से दक्षिण चूड़ा मिल के समीप पूर्व् से बने काजवे को स्थानीय अनारचंद सिंह द्वारा जेसीबी मशीन व् ट्रैक्टर के सहारे मिट्टी भराई कर जल निकासी को बंद कर दिया गया है। बारबार कहने के बावजूद भी काजवे से पानी निकासी करने नहीं दे रहा है। साथ ही कहने पर उल्टे तरह तरह की धमकियां दी जा रही है। त्रासदी झेल रहे ग्रामीणों ने शुक्रवार को एकजूट होकर जिला प्रशासन के विरूद्ध ना केवल प्रदर्शन किया बल्कि आक्रोश व्यक्त करते हुए बताया कि अगले दो दिनों के अंदर जिला प्रशासन बंद किए गए काजवे से मिट्टी हटवाकर जाम पड़े पानी की निकासी नहीं करवाएंगे तो हम पीड़ित परिवार गोलबंद होकर अररिया कुर्साकांटा मुख्यमार्ग को जाम कर प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे। गौरतलब हो की अररिया प्रखंड के किस्मत खवासपुर पंचायत के हाईस्कूल टोला पलासी, मंडल टोला पलासी, तेगछिया, काली मंदिर टोला पलासी, पुरैनी, गिलहबाड़ी, मंडल व यादव टोला पटेगना सहित आधा दर्जन गांवों के किसानों के सैकड़ों एकड़ से अधिक भूमि जलमग्न हो चुका है। साथ हीं बड़े पैमाने पर धान रोपनी के लिए लगाए गए बिचड़ा भी गलकर बर्बाद गो गया है। पीड़ित किसानों ने पिछले सात जून को जिला पदाधिकारी को आवेदन देने के बावजूद भी अब तक कोई पहल नहीं की जा सकी है। दिए आवेदन में ग्रामीणों ने कहा है कि अररिया कुर्साकांटा मुख्य मार्ग के हाईस्कूल चौक पलासी से दक्षिण चुड़ा मील के समीप रज्जन सिंह के पुत्र अनारचंद सिंह ने मुख्य सड़क में बने काजवे को मिट्टी भरकर जबरन बंद कर दिया है। जिसके बाद बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। काजवे के बंद होने से मुख्य मार्ग के पूरब तरफ सैकड़ों एकड़ भूमि में बारिश का पानी लबालब भरा है। साथ हीं इसमें लगे फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुका है।