रुद्रपुर: किसान आंदोलन की प्रथम वर्षगांठ यानी 26 मई को काले दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इंकलाबी मजदूर केन्द्र के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि 26 मई को किसान आंदोलन को पूरा एक साल हो जाएगा। जिसे विभिन्न मजदूर संगठन काले दिवस के रूप में मनाएंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हठधर्मी के चलते बीते एक साल के बाद भी आजतक किसानों की मांगो को पूरा नहीं कर पाए। किसान देश की राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर आज भी आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी प्रधानमंत्री बने तो मगर उनहोंने देश की जनता को छलने के सिवा कुछ नहीं किया। श्री रावत ने कहा कि किसानों ने भी भाजपा को सबक सिखाने मे कोई कसर नहीं छोड़ी। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। अब किसान अन्य राज्यों में भी भाजपा को सबक सबक सिखाने का मंसूबा बना चुकी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने मजदूर विरोधी काला बिल बना कर देश के मजदूरों के साथ कठोरघात किया है। जिसके मद्देनजर 26 मई को काले दिवस के रूप में मनाया जाएगा। वहीं केन्द्र सरकार की किसान और मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध किया जाएगा। संवाददाता अमित आनंद मोनू की रिपोर्ट
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Mon May 24 , 2021