पढ़ाई के जगह नशे की लत, नशे की जद में ग्रामीण युवा।
संवाददाता अजय रंजन, फ़ारबिसगंज
(अररिया)।प्रखण्ड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों के युवा नशे की जद में शामिल होते जा रहा है। मामला फ़ारबिसगंज प्रखण्ड के परवाहा, हरिपुर, सैफगंज, टेढ़ीमुशहरी, किरकीचिया, ढोलबज्जा, झिरूवा, रेवाही आदि पंचायत का है जहाँ शाम ढलते ही युवा स्मेक व गांजा की जुगाड़ में लग जाते है। बिहार सरकार के आदेशानुसार शराब बंदी के बाद लोगो मे अब स्मेक, गांजा, कोरेक्स व देशी शराब का प्रचलन धीरे धीरे ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ते जा रहा है।
खासतौर पर युवाओ का शाम के समय मे चौक चौराहों पर जमावड़ा लगा रहता है। एक पंचायत से दूसरे पंचायत तक युवाओ का आवागमन स्मेक व गांजा के लिए होता है।
ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से युवाओ के बीच स्मेक का प्रचलन बढ़ रहा है यह उनके भविष्य के लिए बहुत घातक सिद्ध होगा। आएदिन महिलाओं से रेप, चोरी, लूटपाट आदि घटना में दिनों दिन बढ़ोतरी हो रही है, इसका मुख्य कारण नशा है। जहाँ हाथ मे कलम व कॉपी होना था वहाँ सलाई व सिगरेट दिखता है। जिससे युवा समाज पूरी तरह बिगड़ता हुआ साबित हो रही है।
वही कुछ अभिवावकों का कहना है कि नशे की जद में प्रत्येक दिन घर मे छोटी छोटी बात पर लड़ाई शुरू हो जाती है क्योंकि नशा उनके शिष्टाचार व मानसिकता को खोखला बना दिया है। नशेड़ियों को यह पता नही चलता है कि परिवार के साथ किस तरह से बातचीत करना चाहिए।
वही सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि फ़ारबिसगंज, रानीगंज, भरगामा व नरपतगंज प्रखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रो का जाँच कर नशा कारोबारियों पर कार्यवाही किया जाए।