वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दिन प्रतिदिन राष्ट्र कल्याण के लिए चल रहे मां त्रिपुरा सुंदरी महायज्ञ में बढ़ रही है श्रद्धालुओं की संख्या।
जग ज्योति दरबार व जग ज्योति सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट के महंत राजेंद्र पुरी के नेतृत्व में हो रहा है महायज्ञ।
कुरुक्षेत्र, 15 मार्च : तीर्थों की संगम स्थली धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के लुखी में चल रहे राष्ट्र कल्याण हेतु मां त्रिपुरा सुंदरी महायज्ञ और कथा लगातार जारी है। जिस में कुरुक्षेत्र और दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को कथा उपरांत सत्संग में जग ज्योति दरबार से महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि संत महापुरुषों की प्रेरणा से मजबूत और स्वस्थ भारत की कामना के लिए चल रहे यज्ञ ने महायज्ञ का रूप लिया है। यज्ञ एवं आध्यात्मिक शक्ति से ही राष्ट्र एवं समाज की रक्षा हो सकती है। प्रदेश के अन्य जिलों से श्रद्धालु और राजनीतिक लोग भी त्रिपुरा सुंदरी पीठाधीश यज्ञ सम्राट श्री श्री 1008 हरि ओम महाराज जी के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। उन्होंने सनातन धर्म को जीवन में उतार लेने और हर घर में यज्ञ करने का आह्वान किया है ताकि बच्चों को जानकारी मिले कि धर्म और संस्कृति होती क्या है।
त्रिपुरा सुंदरी पीठाधीश यज्ञ सम्राट श्री श्री 1008 हरि ओम महाराज जी ने अपनी पूजा और हवन यज्ञ विधि से जहां राष्ट्र कल्याण को नई दिशा दी है वहीं उनके सत्संग और भजन गायन ने श्रद्धालुओं को भक्ति में लीन किया है। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे संतो का जिम्मा सिर्फ इसी तरह के महायज्ञ करते रहना, राष्ट्र कल्याण के लिए लगातार पूजा अर्चना, कथा वाचन करना है। इसके उपरांत पुन: वह अपने जंगलों में चले जाएंगे फिर कब वापसी होगी पता नहीं। उन्होंने अपने अंदाज में बताया कि सिंह, सांप और साधु जंगलों में निवास करे तो कल्याणकारी होते हैं। स्वामी हरिओम महाराज ने धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र वासियों को एक संदेश देते हुए कहा कि साधु है और साधु की वाणी आज धर्मक्षेत्र को एक राजेंद्र पुरी के तौर पर संत मिला है जो की जल्द ही आपकी और आपके क्षेत्र की दिशा बदलने का काम करेगा।
इस अवसर पर जग ज्योति दरबार से सेवक राजकुमार, नलवा से वीरेंद्र चौधरी, शुभम उदारसी, माखन सिंह, जंग सिंह के अलावा कार्यक्रम आयोजक राहुल राणा, दिलबाग राणा, ओम प्रकाश राणा, गौरव और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
महायज्ञ के अवसर पर संत महापुरुष एवं श्रद्धालु।