![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2023/04/IMG-20230408-WA0003-1024x1024.jpg)
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का सत्तम दिवस के पूजन में सरहद केसरी के संपादक राकेश नागपाल एवं पवन सामा ने परिवार सहित हिस्सा लिया
फिरोजपुर 08 अप्रैल [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]:=
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित श्री मदभागवत कथा के सप्तम दिवस के पूजन में सरहद केसरी समाचार पत्र के सम्पादक राकेश नागपाल एवम पवन सामा ने परिवार सहित हिस्सा लिया। कथा व्यास साध्वी भाग्यश्री भारती जी ने भगवान श्री कृष्ण और रुकमणी जी का विवाह प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया यह विवाह कोई साधारण विवाह नहीं था। रुकमणी जी प्रतीक हैं जीवात्मा की और भगवान श्री कृष्ण प्रतीक हैं परमात्मा का। यह विवाह आत्मा व परमात्मा के मिलन का संकेत है। लेकिन यह मिलन कब संभव हो पाया? जब मध्य में ब्राह्मणदेव रूपी गुरु आए। क्योंकि एक गुरु ही है जो हमारे अंतः करण में उस ईश्वर का साक्षात्कार करवा कर हमारी आत्मा का मिलन उस परमात्मा के साथ करवा सकते हैं।
आगे कथा में साध्वी जी ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण जी ने रुकमणी की प्रार्थना सुनी और उसे पूर्ण भी किया, क्योंकि भगवान श्री कृष्ण नारी उद्धारक हैं। वह किसी नारी पर होते हुए अत्याचार को नहीं देख सकते। आज हम भगवान श्री कृष्ण के भक्त तो कहलाते हैं लेकिन उनसे प्रेरणा नहीं ले पाते। आज समाज में नारी की स्थिति देखी जाए तो अत्यंत दयनीय है। कहीं नारी का शोषण हो रहा है तो कहीं शीलभंग, कहीं उसका अपहरण तो कहीं वह दहेज की वेदी पर चढ़ा दी जाती है, कहीं उसे केवल भोग्या वस्तु समझा जाता है तो कहीं पैर का पायदान। आज आवश्यकता है नारी के प्रति समाज में जाग्रति पैदा की जाए।
साध्वी जी ने बताया की जब श्रीगुरु आशुतोष महाराज जी ने समाज में नारी की ऐसी दयनीय दशा देखी तो संस्थान की ओर से महिलाओं के लिए एक प्रकल्प चलाया गया। ‘संतुलन’। संस्थान का यह प्रकल्प महिलाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न व हिंसा के खिलाफ एक बुलंद आवाज है। इसके अंतर्गत समय-समय पर संस्थान के द्वारा अनेकों कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के लोगों को जाग्रत करने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। साथ ही साथ नारियों को ब्रह्म ज्ञान के द्वारा आंतरिक रुप से सशक्त किया जा रहा है। क्योंकि जब एक नारी भीतर से जागेगी तो स्वयं ही अपनी स्थिति को सुधार पाएगी। केवल नारी ही नहीं जाग्रति हेतु संपूर्ण समाज को ब्रह्म ज्ञान की महती आवश्यकता है। कथा में दविंदर सचदेवा प्रधान आड़ती एसोसिएशन फाजिल्का, एडवोकेट गौरव सचदेवा, अनुराग बंसल मैनेजर केनरा बैंक, प्रमुख समाजसेवी अजय सावन सुक्खा,SHO थाना सिटी चंद्रशेखर, विकास स्वामी, अशोक जैरथ और अनिल ज्यानी दीप प्रज्ज्वलित कर प्रभु का आर्शीवाद प्राप्त किया।स्वामी धीरानन्द जी ने शहर के सभी सहयोगी सज्जनों और सभी सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं का कथा में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। अजय सावन सुक्खा, अशोक जेरथ, गौरव सपड़ा और लीलाधर शर्मा ने भागवत पूजन और व्यास पूजन किया। अशोक जैरथ,समाजसेवी नरेश सचदेवा, श्रीमती गुरप्रीत कौर और बाबा रामदेव मेघ वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने सन्त समाज का माल्यार्पण व वस्त्र प्रदान कर अभिनन्दन किया। कथा का विश्राम मंगल आरती से किया गया जिसमें शिव सेना बाल ठाकरे जिला प्रधान उमेश कुमार ने अपने साथियों सहित हिस्सा लिया। डॉ भानुप्रताप, संदीप वर्मा, मैनेजर पंजाब एण्ड सिंध बैंक लोकेश धामू, अंशुल काठपाल, दिनेश शर्मा, रोशन लाल भुसरी, पार्षद पूरण चन्द जसूजा, चीफ मैनेजर केनरा बैंक मनोज तिवारी परिवार सहित कथा में पहुंचे। कथा के बाद सारी संगत के लिए लंगर का प्रबन्ध किया गया।