स्ववित्तपोषित अनुमोदित शिक्षक सघ बैठक कुवर उद्यान में की गयी
आजमगढ़| रविवार शिक्षक सघ बैठक कुवर सिंह उद्यान आहुत की गयीअशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालय स्ववित्तपोषित अनुमोदित शिक्षक संघ बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में उच्च शिक्षा का बाजारीकरण के तहत शिक्षकों के महाविद्यालय के प्रबंधकों द्वारा शासनादेश के अनुसार मासिक वेतन एवंसी पी एफ की कटौती नहीं किए जाने से प्रदेश में बड़े आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा किया गया ।बैठक की अध्यक्षता कर रहे जनपद शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष डॉ शैलेश पाठक ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ द्वारा 1 मार्च 2013 को अपने पारित आदेश में राज्य सरकार को हम शिक्षकों को यूजीसी मानक के अनुरूप न्यूनतम ₹57700 मासिक वेतन देने को कहा था परंतु सपा सरकार के रास्ते पर चलते हुए प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री अधिकारियों से रोज नया बहाना बनाकर कोर्ट का समय बर्बाद कर रहे है,जिससे वे हंसी के पात्र बने हुए है ।जिला महामंत्री डॉ विनोद सिंह ने कहा कि राज्य सरकार 20 मार्च 2020 के शासनादेश में राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों से संबद्ध महाविद्यालयों में संचालित पाठ्यक्रमो में शिक्षकों का वेतन निर्धारित करने को कहा था परंतु विश्वविद्यालयो द्वारा अलग-अलग वेतन निर्धारित कर वेतन विसंगति पैदा कर दिया गया जिसको माननीय उच्च न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया । कोर्ट द्वारा खारिज किए गए शासनादेश को शिक्षकों का न्यूनतम वेतन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रबंधक भ्रम के तहत शिक्षकों का अलग-अलग वेतन तय कर शिक्षकों का शोषण करने पर तुले हैं ।शिक्षक संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से माननीय उच्च न्यायालय के दिनांक 1 मार्च 2013 के आदेश को लागू करते हुए समान कार्य समान वेतन के तहत यूजीसी मानक के अनुरूप न्यूनतम वेतन देने की मांग किया है। मांग करने वालों में डॉ सदानंद मिश्रा डा अखिलेश तिवारी डा साधना राय डॉ सुलक्षणा पांडे डा प्रदीप कुमार राय डॉ घनश्याम दुबे डॉ वीरेंद्र यादव डॉ आर के मौर्य डॉ जे पी यादव डॉ राजकुमार मिश्रा अनीता सोनी डॉ संतोष उपाध्याय आदि शामिल थे।