श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को मिला इंटरनेशनल अवॉर्ड।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने प्राप्त किया बेस्ट यूनिवर्सिटी फॉर इंडस्ट्री इंटीग्रेशन ड्यूल एजुकेशन मॉडल अवार्ड।
इंडस्ट्री और क्लास रूम को जोड़ने पर मिली एसवीएसयू को वैश्विक ख्याति।
पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है।
ग्लोबल एसोसिएशन फॉर ट्रेनिंग एजुकेशन एंड रिसर्च (गेटर) द्वारा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को बेस्ट यूनिवर्सिटी फॉर इंडस्ट्री इंटीग्रेशन ड्यूल एजुकेशन मॉडल अवार्ड प्रदान किया गया है। शुक्रवार को दिल्ली में विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू ने यह गेटर इंटरनेशनल अवॉर्ड प्राप्त किया। उन्होंने इसका श्रेय विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों की मेहनत को दिया है।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने देश का पहला राजकीय कौशल विश्वविद्यालय होने के नाते सबसे सफल इंडस्ट्री इंटीग्रेटेड दोहरी शिक्षा प्रणाली का मॉडल तैयार किया है। इस शिक्षा प्रणाली में विद्यार्थी 40 प्रतिशत थ्योरी क्लास रूम में सीखता है और 60 फीसदी प्रैक्टिकल इंडस्ट्री में जाकर सीखता है। देश भर के दूसरे कौशल विश्वविद्यालय भी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के इस मॉडल को अपना रहे हैं। उच्च शिक्षा में कौशल शिक्षा का यह मॉडल तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है। इसी उपलब्धि पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को बेस्ट यूनिवर्सिटी फॉर इंडस्ट्री इंटीग्रेशन ड्यूल एजुकेशन मॉडल आवर्ड प्रदान किया गया। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने यह अवॉर्ड लेने के पश्चात कहा कि हमारा लक्ष्य क्लास रूम और इंडस्ट्री के बीच की दूरी को कम करना है। ड्यूल मॉडल से इसमें बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। अब विद्यार्थी इंडस्ट्री के साथ ऑन द जॉब ट्रेनिंग करते हैं। इसलिए वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जॉब रेडी होकर निकलते हैं। इससे न केवल इंडस्ट्री का कार्मिक के प्रशिक्षण पर आने वाला खर्च बचा है, बल्कि समय की भी बचत हुई है। साथ ही उत्पादन की गुणवत्ता भी बढ़ी है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस मॉडल की सफलता के लिए इंडस्ट्री पार्टनर को भी बधाई दी। उन्होंने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इस समय लगभग डेढ़ सौ इंडस्ट्री पार्टनर्स के साथ मिल कर काम कर रहा है। इससे विद्यार्थियों को इंटर्नशिप, ऑन द जॉब ट्रेनिंग और प्लेसमेंट में लाभ मिल रहा है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस अवॉर्ड के लिए ग्लोबल एसोसिएशन फॉर ट्रेनिंग एजुकेशन एंड रिसर्च का आभार जताया।
विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा और अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने इस उपलब्धि के लिए कुलपति डॉ. राज नेहरू को बधाई दी। उन्होंने कहा कि उद्योग एकीकृत दोहरी शिक्षा प्रणाली का अग्रदूत होने पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को गर्व है।
अवॉर्ड प्राप्त करते कुलपति डॉ. राज नेहरू।