संवाददाता :खुशहाल अहमद महराजगंज
साहब… खराब हैंडपंपों से कैसे बुझेगी लोगों की प्यास
मरम्मत के नाम पर खर्च हो रही धनराशि, समस्या जस की तस
वैशवारा न्यूज एजेंसी
महराजगंज। सदर ब्लाॅक क्षेत्र के गांवों में पंचायत सचिवों व जल निगम की उदासीनता से सैकड़ों हैंडपंप खराब पड़े हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कागजों में हैंडपंपों की मरम्मत दिखाकर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारी समस्याओं का समाधान करने की जगह खामोशी का चादर ओढ़े हैं।
जानकारी के अनुसार, बागापार, विजयपुर, बेलवाकाजी, बरगदवा राजा, सिसवनिया, सोनरा, परासखांड, बड़हरा राजा, लखिमा थरुआ, बड़हरा रानी, सरडीहा आदि गांवों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लगाए गए दर्जनों इंडिया मार्क हैंडपंप खराब हैं। जो ठीक भी हैं, वे प्रदूषित पानी उगल रहे हैं। बावजूद इसके मरम्मत व रखरखाव के उपाय नहीं किए जाने से लोगों को इस भीषण गर्मी में पानी के लिए तरसना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि ब्लाॅक व जिला स्तरीय अधिकारियों को लोगों को हो रही असुविधा से कोई मतलब नहीं रह गया है। ग्रामीण हरहंगी, रामदेव, फुलबदन, सन्नी, अंगद चौहान, रामकेश, प्रदीप, अजय, मनोहर, राजेश, काशी प्रसाद, दिलीप आदि का कहना है कि सबको स्वच्छ पेयजल मिले, इसलिए हर गांव में इंडिया मार्का हैंडपंप लगवाए गए हैं। देखरेख एवं मरम्मत के अभाव में अधिकतर हैंडपंप खराब पड़े हैं। मजबूर होकर लोग कम गहराई तक लगाए गए छोटे हैंडपंपों का पानी पी रहे हैं। दूषित पानी की वजह से लोग टाइफाइड, पेचिस, पीलिया, उदर रोग जैसी जलजनित बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
कोट
लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। खराब हैंडपंपों का मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए हैं।
-दिनेश कुमार मिश्रा, उप जिलाधिकारी सदर