आखिर राजनीति की इस शतरंज में दोनों दलाल किसके हैं प्यादे किसकी शह पर रच रहे षड्यंत्र
सीएम धामी के बेदाग दामन पर दाग लगने का प्रयास आखिर कौन है इस साज़िश का मुख्य सूत्रधार
एक ओर आडियो वायरल जावेद से बातचीत दलाल जावेद तय कर रहा है 5000 की आर्थिक सहायता मे कितनी रकम दी जाएगी पीड़ित को
रुद्रपुर – मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष का एक चेक रुद्रपुर की राजनीति में भूचाल ले आया है शहर के पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल और सत्तारुढ़ भाजपा विधायक शिव अरोरा फिर एक बार दलाली के खेल को लेकर भीड़ गए हैं हालांकि इन दोनों नेताओं की छींटाकशी से सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बेदाग दामन दागदार होने की कगार पर आ पहुंचा है, वहीं जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भी कथित षड्यंत्र को हल्के में ले रहा है जबकि उक्त मामला सूबे के मुख्यमंत्री से जुड़ा हुआ है,यह बता दें कि दलाल जावेद और एक अन्य व्यक्ति का एक आडियो और सामने आया है जिसमें एक शख्स जावेद से बातचीत यह शख्स 5000 के आर्थिक सहायता के चेक पर 3000 रुपए की दलाली मांगने वाले कथित जावेद से बातचीत करते हुए कहते सुनाई दे रहा है जावेद भाई यार 5000 का चेक और आप तीन हजार रुपए मांग रहे हो देख लो यार जिस पर जावेद कह रहा है 5000 के इस चेक पर लाभर्थियों को सिर्फ 2000 रुपए हजार रुपए ही मिलेंगे और बाद में 20 हजार रुपए की जो चेक आएगा उस पर मैं कुछ नहीं लूंगा मसलन जावेद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के फैसले को फलटने की ताकत रखता है, यानी जावेद सीएम धामी से भी कहीं ज्यादा ताकतवर है और जावेद में इतनी हिम्मत है कि वह सीएम धामी के फैसले को पलटने की ताकत रखता है,अब सवाल यह है कि कथित जावेद को इतना हौसला आखिर किस राजनीतिक शख्स के शख्स की शह पर मिल रहा है, चलिए अब बात करते हैं इस संगीन मामले को शहर के दो भाजपाइयों की जिसमें पहले नंबर आते हैं भाजपा से निलंबित पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने कल बीते रोज फिर एक बार इस संगीन मामले को प्रेस वार्ता की और कथित जावेद के अलावा इस मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपी सुरेश शर्मा की पैरवी करते हुए उसे निर्दोष साबित करने की पुर जोर वकालत की वहीं जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी को सरकार की कठपुतली क़रार दिया, उनके तुरंत बाद शहर विधायक शिव अरोरा ने अपने कार्यालय में अनन फनन में प्रेसवार्ता बुलाई और शहर विधायक शिव अरोरा मीडिया से रूबरू हुए इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शहर विधायक शिव अरोरा ने एक बार फिर कहा कि बीते दिनों सहायता के एक चेक को लेकर सामने आए भ्रष्टाचार के कथित मामले में जिसका ऊधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी ने पुलिस टीम का गठन कर प्रारम्भिक कारवाही में जावेद नामक एक व्यक्ति को गिरफतार किया था और इस मामले की जड़ तक जाने के बाद मामले की साज़िश के पीछे मुख्य षड्यंत्रकारी को गिरफतार किया है जिसकी पूरी जानकारी जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एक प्रेस वार्ता में बीते दिनों सार्वजानिक कर दी और एक ओर नयी आडियो के सामने आने के बाद मालूम हुआ है कि जावेद को इस सब काम में लगाने वावा सुरजीत शर्मा ही था जिसने उसे सब अहम जानकारी दी और लाभार्थी को फोन भी करवाया था शहर विधायक शिव अरोरा ने कहा कि निश्चित तौर से उनको जो अंदेशा था कि घटना का सूत्रधार जावेद नहीं बल्कि उसके पीछे कोई ओर ओर है जबकि जावेद भी इस मामले में उतना ही दोषी है जितना इस मामले के पीछे दूसरा व्यक्ति सुरजीत शर्मा है और वह पुलिस के खुलासे से पता लगा कि सुरजीत शर्मा जो पूर्व विधायक का बेहद नजदीक है जिनका फोटो तहसील कार्यालय के बाहर पूर्व विधायक के पीछे यह षड्यंत्रकारी खड़ा दिखाई दे रहा है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी सुरजीत जिसकी बहुत सी फोटो पूर्व विधायक के साथ है या कहें तो हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट उनके समर्थन में वायरल की गई है जो इस बात को दर्शाता है कि इस षड्यंत्र में पूर्व विधायक के करीबी हैं, विधायक शिव अरोरा ने आगे कहा कि यह एक सोची-समझी गया षड्यंत्र था वरन एक छोटे से चेक राशि के बदले आधे से अधिक रिश्वत मांगना समझ से परे है इसके पीछे सोची समझी साज़िश थी जिसमें सुरजीत द्वारा जावेद को आगे कर यह षड्यंत्र रचा गया था और विधायक यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि अगर इसकी गंभीरता से जांच हो तो बहुत से बड़े लोग इस साज़िश के हिस्सा हो सकतें हैं, मतलब साफ है कि अब शहर विधायक शिव अरोरा की नजरों में जावेद नहीं बल्कि सुरजीत शर्मा चुब रहा है, इससे पहले शहर विधायक शिव अरोरा ने जावेद के को सख्त कार्रवाई अमल लाने की बात कही थी, लेकिन यह शहर विधायक इस बात से बेखबर है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में इस मामले को लेकर जहां एक तरफ उनकी कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाएं जा रहें तो वहीं सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का दामन पर छींटाकशी की जा रही है,शहर विधायक शिव अरोरा को इस मामले में सख्त कदम उठाने होंगे जिससे उनकी बेदाग छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे तथा कथित लोगों को सबक़ मिल सके, फिलहाल इस मामले में सूबे की भाजपा सरकार ने भी कोई सख्त एक्शन नहीं लिया है।