जिले में अब तक कुल 68,495 परिवारों के घरों तक पहुंचा नल

 जांजगीर-चांपा, 17 सितंबर, 2021/ जल एक बुनियादी आवश्यकता है। पेयजल की सुनिश्चित उपलब्धता की कमी का प्रतिकूल प्रभाव परिवारों और स्थानीय समुदायों दोनों पर पड़ता है। घर में पेयजल की सुविधा न होने पर लोगों, विशेषकर महिलाओं और बेटियों को दूर-दूर से अपने घरों के लिए पानी लाने के लिए जाना पड़ता है और अपना समय  और ऊर्जा बरबाद करने पर मजबूर होना पड़ता है। जल संकट की स्थिति में राज्य सरकार स्थानीय प्रशासन टेंकर आदि के माध्यम से जल उपलब्ध कराने के लिए तात्कालिक उपाय करते हैं। सरकार ने जनसामान्य के जीवन को आसान बनाने के लिए अनेक उपाय किए हैं। लोगों की स्वाभाविक अपेक्षा को ध्यान में रखते हुए जल जीवन मिशन’ की शुरुआत की गई है। मिशन के तहत हर परिवार को नियमित आधार पर पर्याप्त मात्रा और निर्धारित गुणवत्ता वाले पेयजल की आपूर्ति लंबी अवधि तक किए जाने की योजना है। जांजगीर-चांपा जिले में अब तक 68,495 घरों तक शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए नल पहुंचाया जा चुका है।
     जल जीवन मिशन का लक्ष्य अगले 5 वर्षों में प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन (एफ एच टी सी) उपलब्ध कराना है। इस कार्यक्रम में हर परिवार को नियमित आधार पर पर्याप्त मात्रा और निर्धारित गुणवत्ता वाले पेयजल की आपूर्ति लंबी अवधि तक किए जाने की योजना है। इस मिशन के कार्यान्वयन के लिए लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
     जल जीवन मिशन अंतर्गत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से जांजगीर-चांपा जिले के 3 लाख 45 हजार 742 परिवारों को घरेलु नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध जल उपलब्ध कराने को लक्ष्य है। वर्ष 2020-21 और जुलाई 2021 तक कुल 68,495 परिवारो को नल कनेक्शन दिया जा चुका है। विगत 31 मार्च 2021 तक 62,495 परिवारो को नल कनेक्शन प्रदान किया जा चुका है। इसके लिए 1350.165 करोड़ रूपये स्वीकृत किया गया है। वर्ष 2021-22 में 2,13,138 परिवारो को घरेलु नल कनेक्शन दिया जाना है। जुलाई 2021 तक 6 हजार परिवारों को नल कनेक्शन दिया जा चुका है। इसी प्रकार एकल ग्राम आधारित नल जल योजना/रेट्रोफिटिंग योजना के तहत 51 करोड़ 74 लाख रूपये की लागत के 36 कार्य स्वीकृत किए गए  हैं।
     लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वच्छ पेयजल अनिवार्य है। अधिकतर बीमारियां पानी के माध्यम से फैलती हैं। विभिन्न अध्ययनों से निष्कर्ष निकलता है कि केवल शुद्ध जल उपलब्ध कराने मात्र से दुनिया के लाखों बच्चों को मौत के मुंह में जाने से बचाया जा सकता है। नल से जल, गरीबों के स्वास्थ्य में सुधार लाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
    राज्य के अनुसूचित जाति बहुल गांवों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों को घर-घर नल कनेक्शन देने काम अगले तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है। जल जीवन मिशन के तहत इन परिवारों को निःशुल्क नल कनेक्शन दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में इस कार्य को तेजी से पूरा करने की कार्ययोजना लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा बनाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में शुध्द पेयजल की आपूर्ति के लिए कार्ययोजना के अनुसार निविदाकारों को प्रशासकीय स्वीकृति के आधार पर कार्य दिए जा रहे हैं।

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