हक की लड़ाई का प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया।
आजमगढ:शिब्ली नेशनल महाविद्यालय के उर्दू विभाग तथा एन सी पी यू एल नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार उर्दू जबानों -व -अदब और सोशल मीडिया का आयोजन शनिवार को महाविद्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज मोहम्मद जैद साहब ने तिलावते कलाम पाक से की, तत्पश्चात संगोष्ठी के संयोजक उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मोहम्मद ताहिर की पुस्तक का विमोचन प्रोफेसर आफताब अहमद अफाकी एवं महाविद्यालय के प्रबंधक श्री अतहर रशीद खां द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रोफेसर आफताब अहमद अफाकी, अध्यक्ष, उर्दू विभाग ,बीएचयू तथा संचालन शिब्ली नेशनल महाविद्यालय उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मोहम्मद ताहिर ने किया। सेमिनार में आगत अतिथियों का स्वागत कालेज के प्राचार्य डॉ अफसर अली तथा धन्यवाद ज्ञापन शिब्ली नेशनल कॉलेज की सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ शौकत अली ने किया। सेमिनार के मुख्य अतिथि प्रोफेसर शोबान सईद, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अरबी फारसी विश्वविद्यालय लखनऊ ने कहा कि उर्दू को कंप्यूटर बराहे, रासत समझने लगा है।सोशल मीडिया ने वैश्विक महामारी करोना में पठन-पाठन में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। ज्ञान का आदान-प्रदान सोशल मीडिया का एक सशक्त माध्यम है। वही विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर फखरे आलम ने कहा कि सोशल मीडिया के तरक्की के जमाने में वह अपना एहसास जरूर दिला देती है ।वह पुस्तक का विकल्प नहीं होती है। अदब का ताल्लुक जज्बात से है ।जबान का ताल्लुक जज्बात से नहीं। संगोष्ठी में गाजीपुर से आए डॉ सईदुजफर, बीएचयू से डॉ एहसान तथा डॉ मुशर्रफ अली, अलीगढ़ से डा आफताब आलम नजमी ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिस शिद्दत के साथ सोशल मीडिया पर कुछ वेबसाइट बुराई फैला रही है। उसे रोकने की आवश्यकता है। सोशल मीडिया अच्छी बातों का फैलाने के लिए अच्छा प्लेटफार्म है। सेमिनार के अध्यक्षता कर रहे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आफताब अहमद अफाकी ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि हक की लड़ाई सिर्फ सोशल मीडिया ही लड़ रहा है। सोशल मीडिया आज के दौर में ताकत है। हमें नकारात्मक से सकारात्मक सोचने की आवश्यकता है। एक अच्छा शिक्षक वही होता है जो हमेशा विद्यार्थी बना रहता है । सेमिनार में महा विद्यालय प्रबंध समिति के सम्मानित सदस्य श्री अख्तर रसीद खां, शिब्ली एकेडमी के सीनियर रफीक उमैर सिद्दीकी नदवी, महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी सह दर्शनशास्त्र के सहायक प्रोफेसर डॉ वी के सिंह, डॉ शफीउजजमाँ, डॉ मुकर्रम अली ,डा अबू राफे, निदा शफी, जहरा इकबाल, फहीम,साकिब, अब्दुर रहमान तथा महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे।