वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
ज्येष्ठ महीने में मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था।
कुरुक्षेत्र, 15 जून : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सभी जयराम संस्थानों में गंगा दशहरा के अवसर पर सर्वकल्याण की भावना से 16 जून को विशेष पूजन होगा। श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज ने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों को मानने वाले देश के किसी भी कोने में हों लेकिन भारतीय परंपराओं के अनुसार हर पूजन में गंगा जल का विशेष महत्व है। यह गंगा जल गंगा नदी से ही मिलता है। डा. भारद्वाज ने बताया कि देश की सबसे लंबी नदी गंगा है और मां गंगा का धर्म में बहुत महत्व है। उन्होंने बताया कि मात्र मां गंगा में स्नान करने मात्र से कई दोषों से मुक्ति पा लेते हैं। धर्म को मानने वालों के लिए गंगा दशहरा बहुत ही विशेष महत्व रखता है। डा. भारद्वाज ने बताया कि हर साल ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। इस बार गंगा दशहरा 16 जून को है। गंगा दशहरा का दिन मां गंगा जी की जयंती का दिन है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन मां गंगा जी ने स्वर्ग से उतर कर धरती पर प्रवेश किया था। इसके बाद से ही हिन्दू धर्म में मां गंगा जी की पूजा करने की परंपरा शुरू हुई।
डा. रणबीर भारद्वाज।