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श्री जयराम विद्यापीठ में राजस्थान के श्रद्धालुओं द्वारा श्री मद भागवत की चौथे दिन की कथा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
भगवान को समर्पण करने से मिलती है मुक्ति : पं शिव लहरी गौतम।
धर्म पर विपदा आती है तो भगवान का धरती पर अवतरण होता है: पं शिव लहरी गौतम।
श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर नंद के आनंद भयो, जय कन्हैयालाल से पूरा कथा स्थल गूंज उठा।
कुरुक्षेत्र, 28 फरवरी : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से धर्मनगरी के ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ में राजस्थान के बूंदी के श्रद्धालुओं द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन व्यासपीठ से कथा वाचक पं शिव लहरी गौतम ने बताया कि जब जब धर्म पर विपदा आती है तो उस विपदा को दूर करने के लिए तब तब भगवान का अवतार रूप में धरती पर अवतरण होता है। उन्होंने वामन अवतार प्रसंग में बताया कि हमारे पास जो है वह सब कुछ भगवान का ही है। भगवान की वस्तुओं को भगवान को समर्पित कर जीवन मुक्ति को प्राप्त कर सकता है। जिस प्रकार महाराज बलि ने सब कुछ भगवान वामन को समर्पित कर भगवान को ही प्राप्त कर लिया। कथा के चौथे दिन श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर नंद के आनंद भयो, जय कन्हैयालाल से पूरा कथा स्थल गूंज उठा। भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। कथा व्यास पं. गौतम द्वारा नंद बाबा के घर पर उत्सव के माहौल का सुंदर वर्णन करने के साथ आयोजन स्थल का पूरा माहौल भी नंदोत्सव के रंग में पूरी तरह से रंग दिया। जिसमें नंद के आनंद भयो, जय कन्हैयालाल और हाथी घोडा पालकी जय कन्हैयालाल के उद्घोष के साथ समूचा कथा स्थल परिसर गूंज उठा। भक्तों ने भजनों की धुनों पर मगन होकर थिरकते हुए श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का आनंद लिया। श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव का आनंद मनाते हुए भक्तों के बीच खूब मिठाई व टॉफियां बांटी गई और एक दूसरे को बधाई दी। कथा व्यास पं. गौतम ने कहा कि भगवान युगों-युगों से भक्तों के साथ अपने स्नेह रिश्ते को निभाने के लिए अवतार लेते आये हैं। चौथे दिन की कथा अंत में आरती की गई और प्रसाद वितरण किया गया। कथा में आयोजन से जुड़े रमेश नुवाल, किशन गोपाल सोमानी, प्रेम नुवाल, दुर्गाशंकर मंत्री, जयप्रकाश कांटिया, नवीन मंत्री, विनोद तोतला, भगवान माहेश्वरी, नेवा लाल गुर्जर, रामप्रसाद सोमानी, कान सिंह हाड़ा, गोपाल मंत्री, वासुदेव कहालियां, राधेश्याम, बृजमोहन हल्दिया, पीयूष शर्मा सहित अनेक भक्त गण मौजूद रहे।
व्यासपीठ पर कथा वाचक पं शिव लहरी गौतम एवं कथा श्रवण करते हुए श्रद्धालु।