पूर्वांचल ब्यूरो
जनता से एक-एक पैसा बंटोरकर धन जुटाने वाले सार्वजनिक उपक्रमों का रुपया किस तरह से बर्बाद किया जा सकता है, इसकी नजीर देखना हो तो मऊ जंक्शन रेलवे प्रशासन की ओर से कराए जा रहे नाला के निर्माण कार्य में देख सकते हैं।कहने के लिए रेलवे के ठेकेदार नाला निर्माण करा रहे हैं, लेकिन यहां बेरोकटोक लगाई जा रही घटिया ईंट और सामग्री देखकर कोई भी कह सकता है कि रेलवे प्रशासन नाले में रुपया फेंक रहा है।
मऊ जंक्शन परिसर में इन दिनों रेलवे डाकघर से मुंशीपुरा ओवरब्रिज की ओर भूमि की खोदाई कर नाले का निर्माण किया जा रहा है। फिलहाल आधा या कुछ अधिक निर्माण कार्य घटिया ईंट और अन्य सामग्री से ही पूरा किया जा चुका है। उधर, रेलवे के स्थानीय जिम्मेदार सबकुछ जानने के बावजूद चुपचाप घटिया ईंटों से चल रहे निर्माण कार्य को देख अपनी आंखें बंद किए हुए हैं। ऐसे ही कार्यों और अधिकारियों की लापरवाही के चलते ही रेलवे कालोनी में दक्षिण की तरफ जलजमाव की स्थाई समस्या बनी हुई है। निर्माण कार्यों में अंधेरगर्दी का खामियाजा रेलवे की कालोनियों में निवास करने वाले कर्मचारियों, उनके परिवार वालों को उठानी पड़ती है।
निर्माण कार्य मानक के अनुरूप किया जा रहा है। मानक के विपरीत कार्य होने की शिकायत मिली तो कार्यदायी संस्था के विरुद्ध निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।
- अशोक कुमार, पीआरओ, डीआरएम, वाराणसी रेल मंडल।