समाज को जागरूक करने हेतु वरदान होती हैं ऐसी पुस्तकें: पूनम शुक्ला

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : संभल में हिन्दू जागृति मंच के तत्वावधान में एक साहित्यिक कार्यक्रम इंडियन स्कॉलर एकेडमी में आयोजित किया गया, जिसका शुभारम्भ पूनम शुक्ला, डॉ संदीप सचेत एवं दीपक गोस्वामी चिराग द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया। इस कार्यक्रम में वर्तमान परिवेश की स्थिति को इंगित करते संकलित लेखों पर, प्रसिद्ध आलोचक दिलीप कुमार पाण्डेय एवं व्यंग्य कवि अतुल कुमार शर्मा द्वारा संपादित पुस्तक “आभासी दुनिया का सच” का लोकार्पण किया गया।प्रधानाचार्य शिवशंकर शर्मा ने “आभासी दुनिया का सच” पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि साहित्य की सेवा करना, कोई आसान कार्य नहीं होता। साहित्यिक सेवाएँ एक पीढ़ी के लिए नहीं, बल्कि अनंतकाल तक के लिए वरदान साबित होती हैं। समाज को दिशा प्रदान करने वाले साहित्यकारों को, हमेशा सम्मान मिलता है। आभासी दुनिया का सच पुस्तक पर मनमोहन गुप्ता, डॉ संदीप कुमार सचेत, श्यामसरन शर्मा एवं स्पर्शी शर्मा ने समीक्षा प्रस्तुत की।
अध्यक्षता करते हुए पूनम शुक्ला ने कहा कि साहित्यकार सदैव समाज का मार्ग प्रशस्त करते हैं। समीक्षक दिलीप कुमार पाण्डेय एवं अतुल कुमार शर्मा द्वारा संकलित लेखों के इस संग्रह में काफी विद्वानों ने आभासी दुनिया के सत्य को अपने शब्दों में व्यक्त किया है,यह पुस्तक समाजोपयोगी सिद्ध होगी।
बहजोई से आए दीपक गोस्वामी चिराग ने कहा कि पुस्तकें हमेशा ज्ञान प्रदान कराती हैं, जिससे हमारे अन्दर जीवन जीने की कला आती है , और शोधकर्ताओं के लिए ऐसी पुस्तकें वरदान साबित होती हैं। सम्पादक अतुल कुमार शर्मा ने बताया कि पंजाब के साहित्य शिरोमणि सम्मान प्राप्त वरिष्ठ साहित्यकार मोहन सपरा को समर्पित यह पुस्तक, जालंधर के आस्था प्रकाशन गृह से प्रकाशित कराई गई है, जिसमें आभासी दुनिया विषय पर देश-विदेश के लेखकों के विचारों को संकलित किया गया है।
कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार सुभाष चंद्र शर्मा, सुखपाल सिंह गौर, डॉ संदीप सचेत, ज्ञानप्रकाश उपाध्याय, मनमोहन गुप्ता, वीकेश शर्मा, विकास वर्मा, सुबोध गुप्ता, विशेष कुमार शर्मा, गुरमीत सिंह, कृष्णा शर्मा, कंचन पांडेय, स्पर्शी शर्मा, श्रेय कौशिक, आदित्य मनु, सक्षम कौशिक आदि लोग उपस्थित रहे। अध्यक्षता पूनम शुक्ला ने एवं संचालन ज्ञानप्रकाश उपाध्याय ने किया।