कोरोना काल में बच्चों का रखें खास ख्यालः डा.सुरेश यादव
सुरक्षा के लिए बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएं
कन्नौज,08 अप्रैल2021
कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। कोई लापरवाही न बरतें। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। यह वायरस बच्चों – बुजुर्गों के लिए अधिक खतरनाक है, क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इस स्थिति में उन्हें अतिरिक्त देखभाल और सावधानी की आवश्यकता है। उनके स्वास्थ्य के साथ बरती गयी किसी तरह की लापरवाही नुकसान पहुंचा सकती है | यह कहना है बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.सुरेश यादव का ।
जिला चिकित्सालय कन्नौज में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डा.सुरेश यादव बताते हैं कि देश में कोरोना का टीकाकरण तेजी से चल रहा है, इसके बावजूद खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। ऐसे में बुजुर्गों के साथ ही बच्चों का भी खास ख्याल रखने की जरूरत है।बीते वर्ष कोरोना काल में देखा गया कि जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रही उन्होंने आसानी से कोरोना को मात दी। इसलिए बच्चों को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए उनकी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएं।
उनकी डाइट में हरी सब्जियां, फल, दूध, अंडा और वेजिटेबल सूप जैसी चीजों को शामिल करें।
उन्होंने कहा कि बच्चे की उम्र के हिसाब से नियमित टीकाकरण कराएँ जो उसे वायरस और बैक्टीरिया के कारण फैलने वाली बीमारियों से बचाएं।बच्चों का सही समय पर और सही तरीके से वैक्सीनेशन कराया जाए उन्हें तो उन्हें बहुत सी मौसम जनित बीमारियों से भी बचाया जा सकता है।
मानसिक विकास का रखें ख्याल
डा.यादव ने बताते हैं कि इस वायरस की वजह से मानसिक समस्याएं भी बढ़ने लगी हैं। बच्चों में किसी भी तरह की मानसिक समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए उनका विशेष ध्यान रखना होगा। बच्चों के मानसिक विकास के लिए बाहर खेलने जाने से लेकर घूमना बहुत जरूरी होता है। परंतु इस समय घर से बाहर जाना सुरक्षित नहीं है।इस समय कुछ बातों का ध्यान रखकर आप बच्चों का ख्याल रख सकते हैं। आपको बच्चों को सिर्फ कोरोना वायरस से ही सुरक्षित नहीं रखना है, बल्कि उनके मानसिक और शारीरिक विकास का भी पूरा ध्यान रखना हैं। बच्चों की गतिविधियों में शामिल हो,उन पर गुस्सा न करें दिनचर्या सही रखें।बच्चों के सोने, खाने एक्सरसाइज, पढ़ाई और खेल के समय को सही तरीके से निर्धारित करें।
भीड़ से रखें दूर
बच्चों को भीड़ भरे इलाकों से दूर रखें। बच्चों को लोगों के संपर्क से दूर रखें। जितना संभव हो, उन्हें घर पर रखने की कोशिश करें।बच्चे से कहें कि किसी भी ऐसी चीज को हाथ न लगाए, जिसे किसी और ने छुआ है। यदि वह ऐसा करते हैं, तो उन्हें तुरंत हाथ धोने या हैंड सैनिटाइज करने को कहें इसके साथ ही घर की आस-पास की साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान दें।