कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों को रहना होगा अधिक सावधानःसीएमओ
कन्नौज,25 मई 2021
ऐसे कोरोना मरीज जिनका शुगर कंट्रोल नहीं रहता। कैंसर का भी उपचार करा रहे हों। अन्य किसी रोग के लिए स्टेरॉयड या एंटीबायोटिक दवा का ज्यादा मात्रा में सेवन कर रहे हों या फिर ऑक्सीजन सपोर्ट पर हों। उन्हें ब्लैक फंगस का ज्यादा खतरा रहता है। इससे बचने के लिए ऐसे मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत हैं यह कहना है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.के.स्वरूप का।
डा.स्वरूप बताते हैं कि म्यूकर माइकोसिस इंफेक्शन अर्थात ब्लैक फंगस दुर्लभ बीमारी है।यह एक से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलती हैं। लेकिन कैंसर,डायबिटीज, ह्दय रोगियों,अस्थमा और टीबी जैसी घातक बीमारियों के साथ-साथ कोरोना की बीमारी भी है। तो उन्हें ब्लैक फंगस की बीमारी से ज्यादा सचेत रहने की आवश्यकता है। क्योंकि कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को इस ब्लैक फंगस जैसी बीमारी से अधिक खतरा हैं।
उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस मरीज के दिमाग, फेफड़े, स्किन पर सीधे अटैक करता है और आंखों की रोशनी तक इस रोग के कारण जा सकती है। ऐसे में मरीज को यदि किसी भी रूप से दांत दर्द, दांत टूटना, जबडों में दर्द, धुंधला दिखना, सांस में परेशानी होना या आंखें लाल होना सहित पलकों पर सूजन दिखाई देती है।तो तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर चिकित्सक से जांच करवाते हुए सजगता बरतकर बचाव का सशक्त माध्यम अपनाएं।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जिले में अभी तक ब्लैक फंगस का कोई भी मरीज मिलने की जानकारी नहीं हुई हैं। यदि किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार की बीमारी के लक्षण महसूस होते हैं । तो वह तुरन्त स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों से भी संपर्क करें ताकि समय रहते इसका इलाज संभव हो सके। इसके लिए जिला अस्पताल कन्नौज में नेत्र, गला रोगियों के लिए ओपीडी खोल दी गई है। वह इस दौरान इलाज करा सकते हैं | इसके साथ ही इन बीमारी से संबंधित अगर कोई मरीज भर्ती करने की स्थिति में होगा तो उसके लिए भी राजकीय मेडिकल कालेज तिर्वा व जिला अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था की गई हैं।
ब्लैक फंगस संक्रमण होने के लक्ष्ण
- नाक से काला द्रव या खून की पपड़ी निकलना
नाक का बंद होना - सिरदर्द या आंखों में दर्द
- आंखों के आसपास सूजन आना, धूंधला दिखना, आंखे लाल होना, आंखों की रोशनी जाना, आंख खोलने और बंद करने में परेशानी महसूस करना।
- चेहरा सुन्न हो जाना, चेहरे में झुरझुरी महसूस करना
- मुंह खोलने या किसी चीज को चबाने में परेशानी होना।
ब्लैक फंगस से बचने के उपाय - ब्लैक फंगस के लक्ष्ण जांचने के लिए लगातार अपने चेहरे का निरीक्षण करते रहें और देखते रहें कि चेहरे पर कोई सूजन (खासकर नाक, आंख या गाल पर) तो नहीं है या फिर किसी भाग को छूने पर दर्द हो रहा हो। इसके अलावा अगर दांत गिर रहे हों या मुंह के अंदर सूजन तथा काला भाग दिखे तो सतर्क रहें।
- डॉक्टर की सलाह के अनुसार लगातार उपचार करवाएं।अपने आप किसी भी तरह की दवा का सेवन न करें।
-ब्लड सुगर को कंट्रोल में रखने का पूरा प्रयास करें।
किसी अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हों तो उनकी दवाई का लगातार सेवन करते रहें। - किसी निर्माणाधीन इलाके में जाने पर मास्क पहनें,बगीचे में जाएं तो पैंट,फुल आस्तीन शर्ट व ग्लब्स पहनें।