वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र : वात्सल्य वाटिका मे शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। उपस्थित गणमान्य जन व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए स्वामी हरिओम दास जी ने कहा कि वास्तव में शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता है, राष्ट्र के निर्माण में एक शिक्षक की महत्ती भूमिका को सम्पूर्ण विश्व ने स्वीकार किया है। चाणक्य ने कहा था कि शिक्षक कभी साधारण नहीं होता उसका महत्व इस जीवन में सांसों के समान है। उपस्थित गणमान्य जनों व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बाल विकास परिषद के चेयरमैन कृष्ण पांचाल ने कहा कि बच्चे एक कच्चे घड़े के समान होते हैं जिनको मूर्त रूप व उनके सुदृढ़ व उज्जवल भविष्य का निर्माण शिक्षक ही करते हैं। पुलिस विभाग में अधिकारी रमनदीप कौर ने कहा कि यह समाज का कर्तव्य है कि वह चाहे किसी भी कार्य को अपनी आजीविका के लिए कर रहा है उसके साथ साथ वह भारत के भविष्य बच्चों को भी उनके उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें मार्ग दर्शन करें व अगर जरूरत हो तो उनकी मदद भी करें यह एक पुनीत कार्य है। एस डी गर्ल्स स्कूल के चेयरमैन विकास शर्मा ने ओजस्वी संबोधन में कहा कि अगर आज हम अच्छी व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देकर अपने राष्ट्र के नौनिहालों को शिक्षित करते हैं तो निश्चित रूप से हम एक विकसित व विश्व को नेतृत्व देने वाले राष्ट्र का निर्माण करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर संत राजिंदर सिंह, वात्सल्य वाटिका के अध्यक्ष सतीश मित्तल, मानव तरस्करी विभाग से सिंद्र कौर, विकास शर्मा, वात्सल्य वाटिका की अध्यापिकाएं व विद्यार्थी मौजूद रहे।
संबोधित करते स्वामी हरिओम दास परिवार्जक, उपस्थित विद्यार्थी व अध्यापिकाओं व गणमान्य जनो को सम्मानित करते आयोजक।