शिक्षकों ने फूका बीईओ का पुतला
बीईओ की लापरवाही की वजह से नहीं हो पायेगा होली पूर्व शिक्षकों का सभी तरह का एरियर भुगतान – संघ
अररिया
बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के आह्वान पर रविवार को बीआरसी अररिया के समक्ष शिक्षकों ने बीईओ का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया।
पुतला दहन का नेतृत्व कर रहे जिला अध्यक्ष सह प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष प्रशांत कुमार एवं जिला महासचिव आशिकुर्रहमान ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर कहा कि वर्षों के इंतजार व लम्बे संघर्ष के बाद राज्य परियोजना निदेशक ने 20 फरवरी 2023 को सभी प्रकार का एरियर जिला को आवंटन करते हुए सक्खत निर्देश दिया था कि एक सप्ताह के अन्दर सभी प्रकार के एरियर का भुगतान करना सुनिश्चित करेंगे। बावजूद 01 मार्च तक सिर्फ सिकटी को छोड़कर अन्य कोई भी बीईओ ने पूर्ण रूप से एरियर विपत्र डीपीओ कार्यालय में जमा नहीं किया। मजबूरन डीपीओ स्थापना ने एक मार्च को पत्र जारी कर 24 घंटे के अन्दर सभी प्रकार के एरियर विपत्र को जमा करने का निर्देश सभी बीईओ को दिया था ताकि होली पूर्व शिक्षकों का वर्षों पूर्व से लम्बित एरियर का भुगतान हो सके मगर जिले के लगभग प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एसपीडी एवं डीपीओ स्थापना के आदेश के बाद भी एरियर विपत्र को ससमय डीपीओ कार्यालय में जमा करना महत्वपूर्ण नहीं समझा। बीईओ एरियर बनाने के बजाय सिर्फ और सिर्फ अपने एजेंटों के द्वारा उगाही पर ध्यान दिए हुए हैं। विलम्ब का सबसे बड़ा कारण भी यही है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकारी व विभागीय अधिकारियों के आदेश की अवहेलना करते हुए ससमय डीपीई, डीएलएड ओडियल, एनआईओएस डीएलएड से संबंधित एरियर डीपीओ कार्यालय में जमा नहीं करना बीईओ की घोर लापरवाही व गलत मंशा को दर्शाता है। जिलाध्यक्ष ने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि बीईओ की लापरवाही से होली से पहले अब सभी तरह का एरियर भुगतान होना असंभव प्रतित होता है और आगे भी विलंब होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी तो सिर्फ पुतला दहन किया गया है, भ्रष्ट बीईओ के खिलाफ आगे संघर्ष और तेज होगा और यह मामला एसपीडी तक जायेगा। पुतला दहन कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार, जिला महासचिव आशिकुर्रहमान, वरीय उपाध्यक्ष इमरान आलम, जिला उपाध्यक्ष गोपाल पासवान, अनुज कुमार, शहजाद आलम जिला संयुक्त सचिव मो0 तनवीर आलम, मो0 अब्दुल रहमान, प्रखंड सचिव अब्दुल रकीब, रवि कुमार, ज्ञानप्रकाश आदि मौजूद थे।