आज होगी तमाम संगठनों की सामुहिक बैठक
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने 8 जुलाई 2024 से बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय में डिजिटलाइजेशन को लेकर विरोध शुरू कर दिया है। डिजिटाइजेशन के इस विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के साथ तमाम संगठन खड़े हो चुके हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के कुछ पदाधिकारी को सरकार के दवाब में, उन पदाधिकारी ने निष्कासित कर दिया है जो पदाधिकारी फिलहाल अस्तित्व में है ही नहीं ऐसा कहना हमारा नहीं यह बात राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला महामंत्री के साथ अन्य पदाधिकारी भी पत्र के माध्यम से सूचित कर रहे हैं। सवाल यह खड़ा होता है कि जो पदाधिकारी अस्तित्व में है ही नहीं उसके पत्र का महत्व ही क्या है ? फिलहाल स्थितियां कुछ भी हो लेकिन आज बरेली के दामोदर सेठ पार्क पर बेसिक शिक्षा परिषद से जुड़े हुए तमाम संगठन एकत्र होकर डिजिटलाइजेशन के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए तैयार है। इसके पीछे की वजह जरा आप समझने का प्रयास कीजिए तब आप जान पाएंगे कि आखिर यह डिजिटाइजेशन है क्या ? डिजिटाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें अध्यापकों को ऑनलाइन उपस्थिति देनी होगी वह भी तय समय अवधि के अंदर, नही तो उस अध्यापक को अनुपस्थित माना जाएगा। विपरीत परिस्थितियों में प्रदेश के तमाम देहात से लेकर शहर तक ऐसे गांव देहात के क्षेत्रों में जहां पर पहुंचाना शिक्षकों के लिए बड़ी चुनौती है बावजूद इसके शिक्षक वहां पहुंचते हैं और छात्र छात्राओं को बेसिक शिक्षा परिषद के दिए गए नियमों के अधीन शिक्षा ग्रहण कराते हैं। लेकिन सरकार की मंशा इससे विपरीत ही नजर आती है। इसीलिए प्रदेश के तमाम शिक्षक इस डिजिटाइजेशन का विरोध सामूहिक रूप से कर रहे हैं।