चार दशक बाद जब विद्यार्थियों ने वृद्ध अध्यापिकाओं के पांव छुए तो बह निकले आंसू।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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चार दशक बाद मिले बचपन के स्कूल टीचर और विद्यार्थी भाव विभोर हो उठे।
नाना नानी व दादा दादी बने विद्यार्थियों ने अपनी वृद्ध अध्यापिकाओं के किए चरण स्पर्श।
कुरुक्षेत्र, 20 दिसम्बर : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के एक पुराने स्कूल में उस समय वातावरण भाव विभोर हो गया जब जीवन के करीब साढ़े पांच दशक गुजार चुके इस स्कूल के पुराने विद्यार्थी करीब चार दशक बाद अपनी बचपन की अध्यापिकाओं से मिले। इन अध्यापिकाओं ने इन्हें पहली से दसवीं कक्षा तक पढ़ाया था। जर्मनी, आस्ट्रेलिया, दिल्ली, मुंबई, लुधियांना, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुड़गांव इत्यादि देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित हो चुके इन विद्यार्थियों ने जब बचपन के अंदाज में ही अपनी वृद्ध अध्यापिकाओं इंदु जैन, पुष्पा रानी एवं स्नेहलत्ता के चरण स्पर्श किए और पूछा मैडम पहचाना तो मैडम ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया। कहा अभी भी सुधरे नहीं, उन्होंने उन्हें बचपन की शरारतों का हवाला दिया तो आंखों से आंसू बह निकले। यह घटनाक्रम कुरुक्षेत्र के जैन पब्लिक स्कूल है जो अपना गोल्डन जुबली वर्ष मना रहा है। स्कूल की स्थापना के पहली कक्षा से 10वीं कक्षा तक पढ़ने वाले यह विधार्थी विकास अरोड़ा, अविनाश कश्यप, रंजीत सिंह, ज्वैल सिंगला, विनोद कुमार, विनय बतरा, अशोक अरोड़ा, बृजेश ठाकुर, राम गुलाटी, मंजू जैन, रोमस डेविन, वंदना शर्मा, पूनम जैन, सुनीता चौधरी करीब चार दशक बाद अपने पुराने स्कूल में पहंचे तो स्कूल की मिट्टी और अपनी कक्षा को प्रणाम किया। नाना नानी तथा दादा दादी बन चुके स्कूल के पुराने विद्यार्थी अपनी पुरानी कक्षा में जा कर बचपन के अंदाज में ही बैठे तथा उसी अंदाज में ही शरारतें की। जैसे बचपन में शरारतों के कारण कक्षा से बाहर निकाल दिया जाता था। उसी अंदाज में जर्मनी से आए विकास अरोड़ा तथा अशोक अरोड़ा ने मस्ती की। उल्लेखनीय है कि इन पुराने विद्यार्थियों में से कुछ ने विदेश में अपना काफी बड़ा व्यवसाय स्थापित कर लिया है तो कुछ देश के विभिन्न राज्यों में बिजनेस कर रहे हैं। पुराने विद्यार्थियों में दिल्ली और पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में वकील हैं, कुछ बड़े इंडस्ट्रलिस्ट हैं तो कुछ देश विश्वविद्यालयों में उच्च पदों पर हैं। कुछ पत्रकार हैं तो कुछ केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के उच्च पदों पर कार्य कर रहे हैं। ऐसे अपने विद्यार्थियों को पुराने टीचरों ने गले लगाया। गोल्डन जुबली मना रहे जैन पब्लिक स्कूल की प्रबंधन कमेटी द्वारा अपने स्कूल की आधारशिला रहे पुराने विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।
अपनी पुरानी कक्षा में मस्ती करते पुराने स्कूल विद्यार्थी एवं चार दशक बाद मिलन के अवसर पर पुराने विद्यार्थी।