आशोक सिंह द्वारा जो आरोप लगाया जा रहा वह निराधार है। हां दो पक्षों का आपसी विवाद हैं इस नातें दोनो लोग एक दुसरें को ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा को लेकर आये दिन शिकायत करते रहते हैं। दोनो पक्षों की लगातार शिकायत पर ही ग्राम समाज की भूमि की नापी किया जा रहा था। ग्राम समाज की भूमि की नापी के दौरान अशोक सिंह द्वारा ब्यवधान पैदा किया गया- तहसीलदार मेंहनगर
मेंहनगर आज़मगढ़ / स्थानीय तहसील अंतर्गत ग्राम खजुरा में आज दिनांक 9 जून 2024 को तहसीलदार अभिषेक सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित कर पैमाइस करने आई जिसमे पूर्व लेखपाल इन्द्रबहादुर सिंह की जमीन की पैमाइश करने की बात थी जो सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए हुए है मण्डलायुक्त के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुये तहसीलदार अभिषेक सिंह ने प्रार्थी अशोक सिंह के विद्यालय की पैमाइश करना सुरु कर दिए जबकी अशोक सिंह के विद्यालय की पैमाइश पहले हो चुकी थी अशोक सिंह ने कहा कि आज तो पैमाइस इंद्रबहादुर की भूमि की होनी है तो तहसीलदार ने तड़कते आवाज में कहा कि तुम मेरे अधिकारी हो या मैं हु मैं पैमाइस विद्यालय की करूँगा और तुम्हारा विद्यालय गिरवा दूंगा प्रार्थी का विद्यालय अपनी भूमधरी में बना हुआ है इस पर भारी भरकम धन उगाही करके तहसीलदार मेंहनगर प्रार्थी का मानसिक आर्थिक हर तरह से तनाव पैदा कर रहे हैं और प्रार्थी से धन उगाही की बात कर रहे हैं जब प्रार्थी ने धन देने से इनकार कर दिया तब तहसीलदार ने कहा कि तुम्हारा विद्यालय ऊसर भूमि में बना हुआ है इसे मैं गिरवा दूंगा जिसे लेकर हल्की फुल्की बात विवाद भी हुआ जिसको लेकर प्रार्थी अशोक सिंह काफी आहत है प्रार्थी अशोक सिंह माननीय जिलाधिकारी महोदय मण्डला युक्त महोदय को भी प्रार्थना पत्र दिये हैं और मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा एक दिवसीय तहसीलदार के कार्य से छुभ्द होकर के धरना प्रदर्शन करेगी जिसकी सारी जिम्मेदारी तहसीलदार मेंहनगर की होगी अगर तहसीलदार मेंहनगर धन उगाही और भ्रष्टाचार में डूबे रहे तो एक दिन किसान मोर्चा के लोग सड़क पर उतरने को तैयार है और जिलाधिकारी महोदय का ध्यान उक्त समस्या की तरफ आकर्षित करते हुए तहसीलदार मेंहनगर को तत्काल स्थानांतरण की मांग की अगर समय रहते स्थानांतरण नही किया गया तो भाजपा किसान मोर्चा सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लेने को बाध्य होगा ।