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भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान में प्रसार परिषद की 24 वीं वैठक का हुआ आयोजन
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान में प्रसार परिषद की 24 वीं बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसार गतिविधियों की समीक्षा की गयी तथा भविष्य में नई शिक्षा नीति के अनुसार प्रसार कार्य किये जाने पर बल दिया गया तथा किसानों एवं पशुपालकों के लिए आने वाले वर्ष में कई प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा उद्यमियों के लिए इण्टरफेस मीट आयोजित किये जायेंगे।
इस अवसर पर संस्थान निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त ने कहा कि अब आने वाले समय में हमें प्रसार शिक्षा तथा पीएमई सेल को मजबूत बनाना होगा। क्योंकि भविष्य में जो भी शोध होंगे उनका किसानों के लिए हित देखा जायेगा। तभी उन पाठ्यक्रम का एक्रीडिकिेशन किया जा सकेगा। सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक प्रयोग करना होगा। संस्थान के संयुक्त निदेशक, प्रसार शिक्षा डा. रूपसी तिवारी ने कहा कि आगामी वर्ष में 03 इन्डस्ट्री इंटरफेसमीट, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, हिमाचल तथा उत्तराखण्ड के 05 एसडीएच कार्यक्रम, मुक्तेश्वर, पश्चिम बंगाल में 04 किसान मेला, 20 किसानों के लिए उपयोगी साहित्य तथा उद्यमिता विकास पर 05 प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जायेंगंे। इसके अतिरिक्त 20 स्टार्टअप को आरकेवाई रफ्तार के माध्यम से प्रशिक्षित किया जायेगा तथा 12 वोकेशनल प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा कम्युनिटी रेडियो स्टेशन स्थापित किये जायेंगे। डा. महेश चन्द्र विभागाध्यक्ष, कृषि शिक्षा के सहायक महानिदेशक डा. रंजय कुमार सिंह, कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग संस्थान, अटारी, कानुर के निदेशक डा. शान्तनु दुबे, शैक्षणिक डा. एस.के. मेंदीरत्ता सहित संस्थान प्रसार शिक्षा समिति के सदस्य डा. अमर पाल, डा. पी धर, डा.किरण भीलेगांवकर आदि तथा सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डा. एच.पी.एस. आर्या, डा. पी.एन. कौल, डा. एम. पी. सक्सेना ने भाग लिया।