प्रेस क्लब के अध्यक्ष पर आरोप निराधार,भू माफिया सूरज वर्मा ने रचा चक्रव्यूह ।
हाउसिंग कॉलोनी निवासी दिलीप चौरासिया की मौत का मामला दिनों दिन नये-नये रंग दिखा रहा है.बताते चलें कि हाउसिंग कॉलोनी निवासी दिलीप चौरासिया की मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या बताया गया!
जिससे ये मामला लगभग समाप्त होते दिख रहा है.लेकिन मृतक की पत्नी पूनम देवी और मोहल्ले की एक बुजुर्ग ने घटना के दिन पत्रकारो को साफ लफ्ज़ मे बयान देते हुए कहा है भू-माफिया सूरज वर्मा के दबाव मे यह हादसा हुआ है।पुलिस फिलहाल तहकीकात मे जुटी है।पूनम देवी के बयान पर पुलिस ने पाच लोगो पर मामला दर्ज किया है।लेकिन पूनम देवी का अब बयान लगातार बदल रहा है।इसके पीछे किसकी साजिश है यह भी एक रहस्य है लेकिन सूरज वर्मा के एक बयान ने इस मामले में और तूल पकड़ लिया है, बताते चलें कि 27 फरवरी 2022 को जिला जदयू महासचिव के पद से सूरज वर्मा को निष्कासित कर दिया गया है,उसके बावजूद कहा है
कि नंद किशोर सिंह प्रेस क्लब ऑफ पूर्णिया का अध्यक्ष फर्जी है।लेकिन सूरज वर्मा को शायद नही मालूम प्रेस क्लब आफ पूर्णिया के सचिव पंकज नायक,कोषाध्यक्ष प्रशांत चौधरी,और कानूनी सलाहकार अरूण जयसवाल के साथ सैकड़ो पत्रकार सदस्य है।प्रेस क्लब के जिलाध्यक्ष के दरम्यान की आपसी लडाई का फायदा भू-माफिया उठाने की जुगत मे साजिश रच रहे है।नन्द किशोर सिंह पर भू-माफिया का आरोप है तो सूरज वर्मा भी मशहूर भू-माफिया है। उसके बावजूद सूरज वर्मा ने कहा है कि मुझे दिलीप चौरासिया की मौत के मामले में नंद किशोर सिंह ने पुलिस पर प्रेस क्लब अध्यक्ष का दबाव बनाकर आत्महत्या को हत्या बताकर मेरे नाम पर एफआईआर दर्ज करवा दिया है!हाउसिंग कॉलोनी मे काफी दिनो से सूरज वर्मा और नन्दन सिंह मे भू विवाद चल रहा है पिछले दिनो सूरज वर्मा ने एक निजी न्यूज चैनल के संचालक पर समझौता करवाने के नाम पर दो लाख रुपए मांगने का भी आरोप लगाया था।पूरा मामला किया है यह पुलिस के जांच-पड़ताल का विषय है।फिलहाल जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष पर लगा आरोप बेबुनियाद है प्रेस के नाम पर ठगी करने वाले ऐसे लोगो की साजिश है।जिसका पर्दाफ़ाश होना बाकी है ।फिलहाल प्रेस क्लब पर सवालिया निशान खडे करने वालो पर संघ बड़ी कारवाई करने की तैयारी मे जुटा है।