Big Breaking: रानी पोखरी का वैकल्पिक मार्ग फिर बहा गया!
प्रभारी संपादक उत्तराखंड
साग़र मलिक
डोईवाला: पिछले महीने की 27 तारीख को रानीपोखरी पुल के टूटने के बाद उत्तराखंड सरकार एक प्रकार से कान में रुई डाल कर सोई हुई है।
सरकार द्वारा 4 महीने के भीतर पुल बनाने का जो दावा किया गया था उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री धामी ने खुद बार दो बार घटनास्थल का निरीक्षण किया है लेकिन इसके बावजूद पुल के बगल में बनाई गई सड़क फिर से बह गई है।
वह सरकार की नाकामी दर्शाती है कि सरकार पूरी तरह से चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं और हर दिन हजारों की संख्या में इस सड़क से गुजरने वाले लोग परेशान हैं।
इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता कर्नल अजय कोठियाल ने सरकार से अनुरोध किया था कि वे उस टूटे हुए पुल को मात्र 48 घंटे में बनाकर तैयार कर देंगे लेकिन सरकार ने उनकी बात सुनने की वजह बजा है नदी में ऐसा रास्ता बनाया जो लगातार तीसरी बार बह चुका है।
जिस प्रकार से सरकार काम कर रही है उससे नहीं लगता कि जल्दी से लोगों को राहत मिलेगी।