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पूर्व सांसद राजवीर सिंह के स्मृति दिवस पर आयोजन, ‘राजवीर सिंह संसद में’ पुस्तक का हुआ लोकार्पण
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : राजवीर सिंह सम्बन्धों के सेतु थे। जो ज़रूरी होता था, वो कर या करवा के ही मानते थे। एक लम्बे समय तक उनसे सम्बन्ध और साथ रहा। राजनीति के गलियारों में उनका कद एक साफ़-सुथरी छवि के अनुभवी नेता और कुशल कार्यकर्ता का है।
यह कहना है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख श्री रामलाल का। वे राजवीर सिंह स्मृति न्यास के आयोजन में आईएमए संभागार में ‘राजवीर सिंह संसद में’ पुस्तक लोकार्पण समारोह में आये हुए थे।
इस अवसर पर कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष कैण्ट विधायक संजीव अग्रवाल ने राजवीर सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व से सम्बन्धित अन्तरंग प्रसङ्ग साझा करते हुए कहा कि वे ऐसे नेता थे जिनको केवल देखकर ही बहुत कुछ सीखा जा सकता था। वे कड़वे को कड़वे थे और मीठे को मीठे।
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सांसद सन्तोष गंगवार ने राजवीरजी के सम्बन्ध में बिताये प्रेरणाप्रद पलों के बारे में बात की और कहा कि यह समय उनके प्रसंगों से प्रेरणा लेने का है। महापौर उमेश गौतम ने राजवीरजी की लोकख्याति पर चर्चा की। पूर्व महापौर कुँवर सुभाष पटेल, एमएलसी कुँवर महाराज सिंह, डॉ. विमल भारद्वाज, डॉ. विनोद पागरानी आदि ने भी अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं।
सुश्री अक्षिता ‘यशी’ ने इस अवसर पर राजवीरजी के स्त्री सशक्तिकरण सम्बन्धी पारिवारिक कथनों को साझा किया। धन्यवादज्ञापन डॉ. आशा सिंह ने किया। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से भावभीना अनुरोध भी किया कि भविष्य में ऐसे अवसरों पर आपकी इसी तरह उपस्थिति हमें सम्बल प्रदान करेगी। पुस्तकलोकार्पण के दौरान राजवीर सिंह से सम्बन्धित वीडियो डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित की गयी। पुस्तक के सम्बन्ध में कार्यक्रम के सूत्रधार और लेखक धीरेन्द्र सिंह धीरू ने विचार व्यक्त किये। एक क्षण ऐसा भी आया जब वे भावुक हो उठे। अपने रुँधे कण्ठ से उन्होंने कहा कि बाबूजी का जो प्रदेय इस समाज को मिला है, न केवल रक्त सम्बन्धों के नाते, वरन एक उत्तरदायी शिष्य की तरह मैं उस प्रदेय की परम्परा का निर्वाह करने की हर सम्भव कोशिश करूँगा। यदि उनसे समाज की कोई अपेक्षा जुड़ी रही है तो उसको पूरा करने में स्वयं को धन्य समझूँगा।
इस अवसर पर लोकतन्त्र सेनानियों का सम्मान किया गया। लोकतन्त्र सेनानियों की ओर से वीरेन्द्र अटल और महेश तिवारी ने राजवीरजी से जुड़े ज़मीनी उदाहरण साझा किये। वीरेन्द्र अटल ने ओजोमय वक्तव्य से उनसे जुड़ी घटनाओं को जीवन्त किया। कार्यक्रम का संचालन ओज के राष्ट्रीय कवि डाक्टर राहुल अवस्थी ने किया। इस दौरान बिथरी विधायक डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, नवाबगंज विधायक डॉ. एमपी आर्य, पूर्व विधायक बहोरनलाल मौर्य, पूर्व महापौर डॉ. आईएस तोमर, ज़िला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रश्मि पटेल, केसी गुप्ता, प्रदेश मन्त्री भाजपा डॉ. चन्द्रमोहन, नगर अध्यक्ष भाजपा केएम अरोड़ा, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा रवीन्द्र सिंह राठौर, पूरनलाल लोधी, अनिल सक्सेना, भुवनेश्वर सिंह, बंटी ठाकुर, राकेश चौहान, रामरतन साहू, चन्द्रकान्त त्रिपाठी, प्राचार्य बरेली कॉलेज बरेली डॉ. ओपी राय, डॉ. संजीव उपाध्याय, डॉ. अंचल अहेरी, मोहित पाठक, इंजी ऐ के सिंह , रमेश चौहान आदि उपस्थित थे।