नीबू के खेत मालिकों को करनी पड़ रही तालाबन्दी, महंगाई के चलते नीबू की फसल सुरक्षा में
रिपोर्टर अविनाश शाण्डिल्य के साथ बिबेक द्विवेदी Vv न्यूज चैनल कोंच जालौन
नीबू के खेत मालिकों को करनी पड़ रही तालाबन्दी, महंगाई के चलते नीबू की फसल सुरक्षा में दिन रात खेत पर रह रहे किसान
नीबू पर महंगाई के चलते जहां खरीददार परेशान है तो उससे ज्यादा परेशान नीबू लगाने वाले किसान है। कोंच क्षेत्र में नीबू की फसल की रखवाली के लिए किसान खेत में लगाए जाने वाले घास-पूस व बांस से बनाये जाने टट्टर में ताला लगाए हुए है क्योंकि महंगाई के कारण उनको डर है कि कहीं कोई उनके नीबू न तोड़ ले जाये।
कोंच नगर में धनुतालाब के पास रहने वाले हरस्वरूप कुशवाहा के खेत में नीबू के लगभग आधा सैकड़ा वृक्ष है। जिसके लिए वह अपने खेत में लगाये हुए घास-पूस व बांस से बने गेट पर ताला भी लगाए हुए है। हालांकि वह दिन रात अपने खेत की देखभाल करते हैं लेकिन चंद कदम की दूरी पर उनका घर है जब वह यहाँ से जाते हैं तो ताला लगाकर ही जाते हैं। हालांकि उनसे जब पूंछा गया कि वह खेत में ताला लगाकर क्यों जाते हैं तो उनका कहना था कि महंगी चीज है तो रखवाली तो करनी ही पड़ेगी, किसी के ऊपर दोष लगाने से अच्छा है कि अपने काम को ही लगन से करें। महंगाई की मार से नीबू खरीदने वालों के जहां दांत खट्टे हो रहे हैं तो वहीं नीबू के खेती करने वाले दिन रात मेहनत करकर अपने नीबू बाजार में बेचने के लिए ले जा पा रहे हैं।
इस बार ज्यादा नुकसान भी है नीबू की फसल में
इस बार अधिक सर्दी और अधिक गर्मी के कारण नीबू के वृक्ष में लगने वाला फूल गिर गया। जिस कारण इस वर्ष कई पेड़ में नीबू ही नहीं आये है। जिस कारण भी नीबू महंगे हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि नीबू आने से पहले जो फूल आता है वह बहुत कोमल होता है लेकिन इस बार अधिक सर्दी और अधिक गर्मी के कारण फूल खराब हो गए और गिर गए।
200 के पार है नीबू
नीबू जो कभी अधिकतम 80-100 रुपए किलो मिलता था इस बार इतना बेकाबू हो गया कि 300 रुपया किलो तक बिक गया। नव दुर्गा के समय तो 80 से लेकर 90 रुपया 250 ग्राम तक बिक गया। जिसके बाद आज हालात यह हैं कि शादी जैसे कार्यक्रम में भी लोग नीबू को रखना पसन्द नहीं कर रहे हैं। आज की बात की जाए तो 200-220 रुपया किलो नीबू का भाव है।