कुरुक्षेत्र विशवविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित “रिसर्च एंड पब्लिकेशन एथिक्स कोर्स“ का पांचवा दिन सम्पन्न।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र, 4 अक्टूबर , कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा सेंटर ऑफ कंटीन्यूइंग एजुकेशन व फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के सहयोग से आयोजित “रिसर्च एंड पब्लिकेशन एथिक्स कोर्स“ के पांचवें दिन के पहले सत्र के वक्ता कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के पुस्तकालय के उप-पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. संजय कुमार कौशिक रहे और दूसरे सत्र के वक्ता प्रो. महाबीर नरवाल थे।
पहले सत्र में डॉ. संजय कौशिक ने प्रतिभागियों को हैंडऑन प्रैक्टिस के द्वारा पुस्तकालय में उपलब्ध इलेक्ट्रॉनिक स्रोत्रों (जर्नल्स, पब्लिकेशन एवं सॉफ्टवेयर) के विषय में बताया। उन्होंने उदाहरण द्वारा बहुत ही साधारण तरीके से प्रतिभागियों के इस विषय से संबंधित सभी संदेहों को दूर किया। उन्होंने साहित्यिक चोरी को दूर करने के लिए कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में उपलब्ध साधन जैसे की टरनीटिन आदि के बारे में बताया। प्रतिभागियों ने भी समय समय पर प्रश्न पूछ कर सत्र को सफल बनाने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दूसरे सत्र में प्रो. महाबीर नरवाल ने प्रतिभागियों को एथिक्स के कॉन्सेप्ट्स को केस स्टडी की मदद से सरल तरीके से समझाया। उन्होंने केस स्टडी से समझाया की शोधकर्ता कैसे अपनी शोध को नैतिक तरीके से कर सकते हैं। वाणिज्य विभाग के चेयरमैन प्रो. तेजिंदर शर्मा द्वारा मुख्य वक्ताओं का स्वागत किया गया। प्रतिभागियों ने भी प्रैक्टिकल सत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।