सुषमा वर्मा जिला रिपोर्टर
हाटा बाजार -गगहा
भारतवर्ष कि सभी माताओं को लक्ष्मण जैसा साहसी बेटा जनना होगा। जो समय पर अपने देश व धर्म की रक्षा कर सके। जिसकी कल्पना माताओं से ही की जा सकती है, क्यूं कि हर बच्चों की प्रथम गुरु मां ही होती है। अगर आप का एक ही पुत्र सूर्य के समान हो तो लाखों तारें जैसे पुत्र की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। आज की माताएं जब छोटा बेटा है तो बोतल पिलाती है, जब वही बेटा बड़ा हो कर होटल पकड़ लेता है। तो कहतीं हैं कि अहि दादा बबुआ त बहकि गईल, याद रखो दुनिया में प्रेम से बड़ा कुछ नहीं होता है। अगर आप के अंदर प्रेम है तो सब कुछ संभव है। दुनिया में हर व्यक्ति के जीवन में गुरु का बहुत महत्व होता है। गुरु जीवन का ब्रेकर है, गुरु भगवान से जोड़ने कि कड़ी होता है। गुरु धर्म और नीति का पालन करने वाला व चरित्रवान होना चाहिए। अगर दशरथ के गुरु ना होते तो उनके के घर किलकारी कैसे गूंजती।
उक्त बातें गगहा क्षेत्र के हाटा बाजार में हाटेश्वरी माता मंदिर में आयोजित श्री श्री शतचंडी प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ में गिनीज बुक में नाम दर्ज करने कि ख्याति विटोरने वाले महामंडलेश्वर सिद्ध पीठाधीश्वर विद्या कुण्ड श्री धाम अयोध्या से पधारे महंत प्रेम शंकर दास जी महाराज पांचवें दिन श्रोताओं को कथा का रसपान कराते हुए व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि माताओं बहनों कहीं न जाओ घर में रहकर ही, पर धन को जहर समझ करके सब काम करो,
दान मत करो, मंदिर में जाकर परिक्रमा मत करो, पर पति का सम्मान करो तो परलोक जाने से कोई रोक नहीं पाएगा। उन्होंने कहा कि कथा कहीं भी हो समय निकाल कर सुनने जरुर जाओ। कथा राम के आदर्शो पर चलने वाले हर व्यक्ति के लिए है चाहे वह हिन्दू, मुस्लिम, सिख ईसाई किसी धर्म का हो, राम के आदर्शो पर चलने वाले का कथा में स्वागत है। जिनका आस्था नहीं होता और प्रभु कि कथा सुनकर आनन्दित नहीं होते, उन लोगों को चौरासी हजार योनियों में भटकना पड़ता है। कथा के अंत में प्रभु श्री राम का जन्म होते ही श्रद्धालु फूलों की वर्षा करते जय जय श्री राम जैसे गगनभेदी नारा लगाते नाचते थिरकते रहे।।
जिला रिपोर्टर सुषमा वर्मा