सेंट्रल डेस्क – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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मानव जीवन में घटित हर समस्या का समाधान व्यक्ति की जन्मकुंडली एवं हस्त रेखाओं में छिपा होता है बस परखने वाला चाहिए : ओम दीक्षित।
छत्तीसगढ़ : भारत के ज्योतिष गुरु नाम से प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य ओम दीक्षित जी महाराज ने आज जातक की जन्मकुंडली और हस्त रेखा विषय में जानकारी देते हुए बताया की जिस तरह से ज्योतिषशास्त्र में किसी व्यक्ति की कुंडली का अध्ययन कर उसके भविष्य के बारे में भविष्यवाणी की जाती है उसकी तरह से हस्तरेखा ज्योतिष में हाथ की लकीरों से भी भविष्य बताया जाता है।
हर व्यक्ति की हथेली में बहुत सारी रेखाएं होती हैं। हथेली में रेखोओं के जाल से कुछ इस प्रकार के चिन्ह बनते हैं, जो व्यक्ति के भाग्यशाली होने का संकेत प्रकट करते हैं। कई व्यक्तियों के हाथ की लकीरों में राज योग का सुख होता है।
राजयोग सुख का मतलब मंत्री, मुख्यमंत्री, राजदूत, राज्याधिकारी, राज्यपाल, न्यायाधीश, वकील आदि योग से होता है।
गुरु जी ने बताया की सिर्फ कुंडली में ही नहीं हथेली देखकर भी जान सकते हैं कि आप राजयोग लेकर पैदा हुए हैं। और अगर आपकी हथेली में यह योग बन रहा है तो समझ लीजिए आप सफल और धनवान बनेंगे।
राजयोग ऐसा योग है जो सुख सुख-सुविधाएं, मान-सम्मान और ऐश्वर्य प्रदान करे। ये योग जिन लोगों की किस्मत में होता है, वे किसी राजा के समान जीवन व्यतीत करते हैं। हम सभी जीवन में सुख की कामना करते हैं।
लेकिन सभी के भाग्य में सुख नहीं लिखा होता है। समुद्रशास्त्र के अनुसार जिनकी हथेली में कुछ खास तरह के निशान होते हैं उन्हें राजयोग का सुख मिलता है। आइये जानते है, इस बारे में थोड़ा विस्तार से।
जिसकी हथेली के बीचोबीच घोड़ा, घड़ा, पेड़ और ध्वज का निशान बना होता है। वह व्यक्ति राजसुख भोगता है। इसके अलावा जिसका ललाट चौड़ा और भुजाएं लंबी हों, वह भी राजसुख भोगता है।
जिस किसी व्यक्ति की हथेली में धनुष, कमल, आसन अथवा चतुष्कोण बना होता है, उसके ऊपर हमेशा देवी लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहती है।
जिसके हाथ में मणिबंध से शनि रेखा मध्यमा उंगली पर जाए तो वह राजसुख भोगता है। जिसके हाथ में तलवार, पहाड़, हल जैसा चिह्न बना हुआ हो उसके पास लक्ष्मी की कमी नहीं होती है।
ओम दीक्षित जी ने बताया की जब सूर्य रेखा मस्तक रेखा से मिली हो वह व्यक्ति मुख्यमंत्री या राज्यपाल जैसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन होता है। जिस किसा जातक को हाथ में गुरु, सूर्य पर्वत उच्च हो, वह राज्यपाल होता है।
जिसके हथेली में शनि पर्वत पर त्रिशूल चिह्न का चिन्ह बना होता है वह राज्याधिकारी होता है। जब मंगल पर्वत अधिक ऊंचा हो और सूर्य रेखा प्रबल हो, वह कलेक्टर या कमिश्नर होता है।
अगर आपकी हथेली में मणिबंध रेखा से शनि रेखा मध्यमा उंगली तक जाकर मिले तो आप राजसुख भोगने का अधिकारी होते है।
जिन लोगों के हाथ में धनुष, चक्र कमल, धवजा, आसन जैसे निशान होतो ऐसे व्यक्तियों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। ऐसे व्यक्ति के जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती।
यदि आपकी हथेली में शनि और बुध रेखा सीधी है, गुरु , सूर्य पर्वत उच्च हो तो ऐसे व्यक्ति विदेशों में अपनी सफलता का परचम लहराते है।
कुछ लोगों के हथेली में तलवार, पर्वत और हल का निशान होता है। ऐसे लोगों की निर्णायक शक्ति बहुत अच्छी होती है और उनके जीवन में कभी भी धन का अभाव नहीं रहता है।
यदि अंगूठे में यव का चिह्न हो, साथ ही मछली, छाता, अंकुश, वीणा, सरोवर या हाथी समान चिह्न हो तो वह व्यक्ति यश्स्वी और अपार धन का स्वामी होता है।
हस्तरेखाएँ राजयोग …
हस्तरेखा विज्ञान में हथेली में मौजूद कुछ चिन्हों को बहुत ही शुभ माना जाता है। इन्हीं शुभ चिन्हों और रेखाओं को राजयोग का सूचक माना जाता है। जैसे शनि पर्वत पर त्रिशूल का निशान।
अगर इनके साथ हथेली में भाग्य रेखा को चन्द्र पर्वत से आती रेखा छू रही हो तब इसका प्रभाव और बढ जाता है व्यक्ति बड़ा अधिकारी बनता है। ऐसे व्यक्तियों को सरकारी क्षेत्र में बहुत मान-सम्मान प्राप्त होता है।
अपनी हथेली में अनामिका उंगली के पास से चलती हुई रेखा को देखिए अगर यह रेखा मस्तिष्क रेखा से मिली हुई है और मस्तिष्क रेखा सिरे झुककर गुरु पर्वत पर आ रही है तो यह समझ लीजिए कि राजा की तरह सुख प्राप्त करता है। ऐसे व्यक्ति राजनीति में सफल होते हैं।
अगर आपकी हथेली में गुरु और सूर्य पर्वत ऊंचा है साथ ही भाग्य रेखा और बुध रेखा स्पष्ट और सीधी है तो यह राजयोग का संकेत है।
ऐसी स्थिति में आप सरकारी क्षेत्र में उच्च पद प्राप्त कर सकते हैं। हथेली में मछली का निशान होना भी राजयोग कारक माना गया है।
और अधिक जानकारी समाधान उपाय विधि प्रयोग आदि के लिए ज्योतिष गुरु ओम दीक्षित जी महाराज से संपर्क कर सकते है उनका दूरभाष नंबर
9685226701 एवं 7000414352 है।