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छठ पर्व को लेकर पूर्वांचल के लोगों में भरी उत्साह।
छठ पर्व को लेकर पूर्वांचल के लोगों की तैयारियां जोरो पर।
श्री पूर्वांचल छठ पर्व महासभा के अनुसार कोरोना गाइडलाइन की होगी पालना।
कुरुक्षेत्र, 6 नवम्बर :- पंचांग के अनुसार छठ पूजा कार्तिक शुक्ल की षष्ठी तिथि को की जाती है। छठ पूजा के पहले दिन चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय किया जाता है। ऐसे में छठ पर्व धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में भी पूर्वांचल समाज के लोगों द्वारा सोमवार से शुरू हो जाएगा। इस के लिए अन्य संस्थाओं सहित श्री पूर्वांचल छठ पर्व महासभा द्वारा भी सभी तैयारियां भी पूरी कर ली हैं। कार्यक्रम की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है। भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं करनाल जिला प्रभारी सुनील राय ने कुरुक्षेत्र में बताया कि छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय होता है। नहाय-खाय आठ नवम्बर को है। विद्वानों के अनुसार इस दिन सूर्योदय सुबह 6:50 बजे और सूर्यास्त शाम को 5:34 बजे होगा। व्रत रखने वाली महिलाएं सराेवर में सुबह स्नान करेंगी। वहीं दूसरे दिन खरना व्रत रखा जाएगा। राय ने बताया कि दूसरे दिन खरना व्रत कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होता है।
इस दिन सूर्योदय सुबह 6:51 बजे और सूर्यास्त शाम को 05:33 बजे होगा। तीसरा दिन छठ पूजा के पर्व का महत्वपूर्ण दिन होता है। यह मुख्य दिन कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि 10 नवम्बर को है। इस दिन ही छठ पूजा होगी। इस दिन शाम को सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन सूर्याेदय 6:52 बजे और सूर्यास्त शाम 5:32 बजे होगा। सुनील राय ने बताया कि चौथे दिन छठ पर्व का समापन होगा। इस दिन सूर्योदय के समय सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। उसके बाद पारण कर व्रत को पूरा किया जाएगा। छठ पूजा का सूर्योदय अर्घ्य तथा पारण 10 नवम्बर को होगा। इस दिन सूर्योदय सुबह 6:53 बजे और सूर्यास्त शाम 5:31 बजे होगा। श्री पूर्वांचल छठ पर्व महासभा से जुड़े सुनील राय ने बताया कि छठ पर्व पर कोरोना महामारी को लेकर सभी हिदायतों का पालन किया जाएगा।