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जो व्यक्ति भागवत कथा का श्रवण करता है उसका जीवन तर जाता है : कथाव्यास आचार्य राजेश वत्स।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कथा में भगवान श्री कृष्ण के भजनों पर जमकर थिरके कृष्णभक्त।
कुरुक्षेत्र : सिद्ध पीठ मां श्री बगलामुखी मंदिर के प्रांगण में चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन कथा व्यास पीठाधीश्वर ने विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन दिए। कथाव्यास आचार्य राजेश वत्स महाराज ने कृष्ण के अलग-अलग लीलाओं का वर्णन किया। मां देवकी के कहने पर छह पुत्रों को वापस लाकर मां देवकी को वापस देना सुभद्रा हरण का आख्यान कहना एवं सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा व्यास पीठाधीश्वर आचार्य पंडित राजेश वत्स ने बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए यह भगवान श्री कृष्ण सुदामा जी से समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र से सखा सुदामा मिलने के लिए द्वारिका पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुदामा द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया। तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं इस पर द्वारपाल महल में गए और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है। अपना नाम सुदामा बता रहा है जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना प्रभु सुदामा सुदामा कहते हुए तेजी से द्वार की तरफ भागे सामने सुदामा सखा को देखकर उन्होंने उसे अपने सीने से लगा लिया। सुदामा ने भी कन्हैया-कन्हैया कहकर उन्हें गले लगाया दोनों की ऐसी मित्रता देखकर सभा में बैठे सभी लोग अचंभित हो गए। कृष्ण सुदामा को अपने राज सिंहासन पर बैठाया हुआ। उन्हें कुबेर का धन देकर मालामाल कर दिया। जब-जब भी भक्तों पर विपदा आ पड़ी है। प्रभु उनका तारण करने अवश्य आए हैं। शीला नगर सपड़ा कालोनी विष्णु कालोनी सिद्ध पीठ मां श्री बगलामुखी मंदिर में चल रही सात दिवसीय कथा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। कथा व्यास पीठाधीश्वर ने कहा कि जो भी भागवत कथा का श्रवण करता है उसका जीवन तर जाता है। इस अवसर पर सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया और व्यास पीठ पर विराजमान आचार्य जी को माता श्री पिता श्री से आशीर्वाद प्राप्त हुआ। कथा में भगवान श्री कृष्ण के भजनों में श्रद्धालु खूब झूमे। आज की कथा में मुख्य यजमान के रूप में रमेश शास्त्री, दीदार, लक्ष्मण सिंह, पृथ्वी सिंह, माया देवी, धर्मपाल सिंह, सुनीता देवी, चंचल छाबड़ा, सुभाष बिंदल पत्नी कविता देवी, सनी चौहान, सावी देवी, उर्मिला देवी, पवन कुमार, अनु अरोड़ा, माया देवी, रोहित, आशु, शिवकुमार, सुनीता देवी, मांगेराम शर्मा, ओम्पति देवी, सीमा सहगल, मोना सिंह, राजकुमार शर्मा, रेनू, राहुल बंसल, पूनम बंसल, पुष्पेंद्र शास्त्री दीदार नगर, नरेश शास्त्री पिपली, कृष्णा शास्त्री, राजन मित्तल, किरण रानी, रानी, बलवंत सिंह, कुसुम लता, मोती गर्ग, निर्मला देवी, अमित, अशोक शर्मा पहलवान, बहन सरिता देवी, दीपक शर्मा, मनीषा देवी यमुनानगर, संयम वितान, महेंद्र देवी, सुभाष वर्मा, शशि वर्मा, चंद्रभान, इंदु रानी, राजेंद्र शर्मा शीला नगर, शीला नगर सपड़ा कॉलोनी विष्णु कॉलोनी आदि ने भाग लिया।
सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन कथ करते कथाव्यास आचार्य राजेश वत्स महाराज।